मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

13 दिसंबर 2010

राजस्थानःशिक्षा और रोज़गार समाचार

कल से मिलेंगे एआईपीएमटी के आवेदन फार्म
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित किए जाने वाले ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी,2011) के ऑफलाइन आवेदन फार्म सोमवार से बारां रोड स्थित कैनरा बैंक में मिलेंगे। बैंक मैनेजर वीके अग्रवाल ने बताया कि सीबीएसई दिल्ली से पर्याप्त संख्या में आवेदन फार्म कोटा पहुंच गए हैं। सामान्य व ओबीसी वर्ग के लिए फार्म की कीमत 855 रुपए और एससी-एसटी वर्ग के लिए 455 रुपए है। फार्म का वितरण सोमवार से बैंक समय सुबह 10 से शाम 4 बजे तक होगा। देशभर के मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस व बीडीएस की 15 फीसदी सीटों के लिए आईपीएमटी की प्रारंभिक परीक्षा देश के 28 शहरों में 3 अप्रैल,2011 को होगी। सीबीएसई के अनुसार, परीक्षार्थी कैनरा बैंक की शाखा या सीबीएसई के रीजनल सेंटर से ही फार्म खरीदें, अन्य स्थानों या ब्लेक में आवेदन फार्म खरीदने पर उसे निरस्त किया जा सकता है।

32 हजार ने किया ऑनलाइन आवेदन
एआईपीएमटी के लिए ऑनलाइन आवेदन फार्म भरने की प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू थी, जो 31 दिसंबर,10 तक चलेगी। कॅरियर काउंसलर पारिजात मिश्रा ने बताया कि शनिवार तक देशभर से 32 हजार स्टूडेंट्स सीबीएसई वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं।

कोटा से 15 हजार देंगे एआईपीएमटी
कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 15 हजार छात्र एआईपीएमटी देंगे, इस साल तीन अवसरों की सीमा समाप्त करने से छात्रों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। पीएमटी की तैयारी करने वालों में गल्र्स की संख्या सबसे ज्यादा है(दैनिक भास्कर,कोटा,13.12.2010)।

उदयपुर : नर्सिंग स्टूडेंट्स उतरे हड़ताल पर
गवर्नमेंट स्कूल ऑफ नर्सिंग में इंटर्नशिप कर रहे नर्सिंग स्टूडेंट्स ने छात्रावास खाली करवाने के मामले में सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सुबह 11 बजे नर्सिंग स्टूडेंट्स ने मैटर्न ऑफिस के बाहर धरना दिया तथा छात्रावास नहीं खाली करने की बात कही।

इधर, नर्सिंग स्कूल की प्राचार्य डॉ. विजया अजमेरा ने बताया कि हमने अब तक छात्रावास खाली करवाने के संबंध में कोई निर्देश नहीं दिए हैं, फिर भी नर्सिंग छात्र इस मामले को उछाल रहे हैं।

आंदोलन पर उतरे छात्रों ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने छात्रावास खाली करने के संबंध में लिखित में निर्देश नहीं दिए हैं, लेकिन रोजाना मौखिक रूप से छात्रावास खाली करने को कहा जाता है। जब पूर्व में इंटर्नशिप कर चुके विद्यार्थियों ने छात्रावास में रहकर ही पाठ्यक्रम पूरा किया था तो इस बार


हमसे छात्रावास खाली करने को क्यों कहा जा रहा है। मैटर्न ऑफिस से सभी छात्र अधीक्षक कार्यालय पहुंचे तथा सारी आप बीती सुनाई है। 


कमेटी ने दिए हैं आदेश 
अस्पताल अधीक्षक डॉ. एफएस मेहता ने बताया कि हॉस्टल कमेटी ने इस संबंध में आदेश दिए हैं, क्योंकि जीएनएम कोर्स में नव प्रवेशित छात्रों की भी व्यवस्था करनी है। कमेटी ने बताया कि इंटर्नशिप कर रहे नर्सिंग छात्र छह माह के लिए कहीं भी बंदोबस्त कर सकते हैं, लेकिन जो नवप्रवेशित छात्र आ रहे हैं उन्हें लगभग ढाई साल यहां गुजारने होंगे(सोलंकी सिंह,दैनिक भास्कर,उदयपुर,13.12.2010)। 

जयनारायण व्यास विश्वविद्यालयःपीएचडी प्रवेश परीक्षा का खाका तैयार
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने पीएचडी व एम.फिल में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा का खाका तैयार कर लिया है। प्रवेश परीक्षा का नियम लागू करने से पहले इसके मसौदे को वैधानिक समिति अकादमिक परिषद व सिण्डीकेट से पारित करवाया जाएगा। पीएचडी रजिस्ट्रेशन के नियमों में प्रस्तावित संशोधन और प्रवेश नियमों के मसौदे पर अन्तिम दौर की चर्चा के लिए पन्द्रह दिसम्बर को समिति की बैठक हो रही है।

सूत्रों के मुताबिक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय में भी पीएचडी व एमफिल में प्रवेश परीक्षा के जरिए शोधार्थियों के रजिस्ट्रेशन करने की कवायद चल रही है। प्रस्तावित प्रवेश परीक्षा के नियम-कायदे तैयार करने लिए विज्ञान संकाय अधिष्ठाता प्रो.जीसी टिक्कीवाल की अध्यक्षता में गठित समिति की दो-तीन बैठक हो चुकी है। पीएचडी रजिस्ट्रेशन के हर पक्ष पर विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रवेश नियमों का मसौदा तैयार कर कुलपति प्रो.नवीन माथुर को सौंप दिया है। प्रवेश परीक्षा का मसौदा तैयार करने के बाद समिति को पीएचडी नियमों में बदलाव के लिए ऑर्डिर्नेस में संशोधन का प्रस्ताव बनाने को कहा था। टिक्कीवाल समिति ने यह प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है।

एम.फिल व पीएचडी में प्रवेश के मसौदे एवं प्रस्तावित ऑर्डिनेंस पर चर्चा के लिए समिति की 15 दिसम्बर को बैठक बुलाई गई है। इसी बैठक में ऑर्डिनेंस व प्रवेश परीक्षा के नियमों को अन्तिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद समिति की रिपोर्ट को अकादमिक परिषद और फिर सिण्डीकेट की मंजूरी के बाद नए नियमों से ही पीएचडी में रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे(राजस्थान पत्रिका,जोधपुर,13.12.2010)।

बी.एड. के नाम पर धोखाधड़ी
जम्मू-कश्मीर से बी.एड. करवाने के नाम पर श्रीगंगानगर के एक युवक ने बीकानेर के विद्यार्थियों से हजारों रूपए वसूल लिए लेकिन संबंधित विश्वविद्यालय में जमा नहीं कराए। पीडित विद्यार्थियों ने रविवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सतीश चंद्र जांगिड़ को इस आशय की शिकायत दर्ज कराई है।

छात्रों का कहना है कि श्रीगंगानगर के युवक ने बी.एड. करवाने के नाम पर पचास-पचास हजार रूपए लिए थे। इस राशि की रसीद नहीं दी गई। बताया गया कि विश्वविद्यालय ने रसीद नहीं दी। बी.एड. की परीक्षा देने के लिए 16 नवम्बर को जब वे जम्मू पहुंचे तो वहां यह सुनकर उनके होश उड़ गए कि फीस जमा नहीं हुई। विद्यार्थियों ने वहां बताया कि उन्होंने युवक को फीस दे दी थी। 

विश्वविद्यालय ने छात्रों से रसीद दिखाने के लिए कहा। जैसे-तैसे विद्यार्थियों ने बकाया शुल्क बाद में जमा कराने का शपथ पत्र देकर परीक्षा दी। अधिकांश विद्यार्थियों के नाम से पचास हजार के बजाय पांच-दस हजार रूपए ही जमा करवाए गए।

विद्यार्थियों का आरोप है कि युवक अब अपने घर पर भी नहीं है। फोन करने पर उसके पिता संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है(राजस्थान पत्रिका,बीकानेर,13.12.2010)।

विद्यार्थी सेवा केंद्र जनवरी में
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थी सेवा केंद्र का आगाज जनवरी में होगा। पहला केंद्र बोर्ड परिसर में स्थापित होगा। बाद में अन्य संभाग मुख्यालयों पर इनकी शुरूआत होगी।

विद्यार्थियों को अंकतालिका, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज लेने के लिए परेशानियों को देखते हुए बोर्ड ने विद्यार्थी सेवा केंद्र खोलने की योजना बनाई है। मालूम हो कि प्रस्ताव पर विगत 10 जून को आयोजित प्रबंध मंडल की बैठक में मुहर लगी थी।

पांच साल का डाटा
बोर्ड ने राजकॉम्प से पांच वर्ष की डाटा की फीडिंग कराने के अलावा सॉफ्टवेयर तैयार कराया है। अजमेर, जोधपुर, भरतपुर, जयपुर, उदयपुर, कोटा और बीकानेर संभाग मुख्यालय पर खुलने वाले केंद्रों पर विद्यार्थी दस्तावेज ले सकेंगे।

कॅरियर मार्गदर्शन भी
केंद्रों पर विद्यार्थियों को कॅरियर मार्गदर्शन भी मिलेगा। दसवीं के विद्यार्थियों को विषय चयन और बारहवीं के बाद कॅरियर संबंधित जानकारी मिलेगी। यहां कॅरियर काउंसलर्स और विषय विशेषज्ञों की तैनाती होगी।

इनका कहना है
जनवरी के पहले पखवाड़े में विद्यार्थी सेवा केंद्र प्रारंभ होंगे। सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है।
डॉ. सुभाष गर्ग, अध्यक्ष राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,13.12.2010)

परीक्षा विकल्प बदलाव 15 तक
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के दसवीं के विद्यार्थी बुधवार तक परीक्षा के विकल्प में परिवर्तन कर सकेंगे। उन्हें बोर्ड या स्कूल के जरिए परीक्षा में से एक विकल्प चुनना होगा।

बोर्ड ने सतत मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत सत्र 2010-11 में दसवीं में परीक्षा के लिए दो विकल्प दिए हैं। ग्यारहवीं और बारहवीं में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में रहने वाले 10 वीं के विद्यार्थी सेमेस्टर प्रणाली के तहत स्कूल स्तर पर परीक्षा देंगे। इनकी पहली सेमेस्टर परीक्षा सितम्बर में हो चुकी है। अगला सेमेस्टर मार्च में होगा। दूसरे विकल्प के अन्तर्गत दसवीं के बाद अन्यत्र बोर्ड में जाने वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं सीबीएसई लेगा। बोर्ड ने दसवीं के विद्यार्थियों को 15 दिसम्बर तक परीक्षा विकल्प निर्धारण का मौका दिया है। मालूम हो कि वर्ष 2011 की परीक्षा के लिए दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है।

स्कूल पैटर्न में ज्यादा
अजमेर क्षेत्रीय कार्यालय के नवम्बर तक के आंकड़ों के अनुसार 72 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने स्कूल और 28 हजार से ज्यादा ने बोर्ड पैटर्न से परीक्षा देने का विकल्प भरा है। बुधवार तक विद्यार्थी विकल्प बदलेंगे। इसके बाद सही तस्वीर सामने आएगी। मालूम हो कि परीक्षा के दोनों विकल्प चुनने की सूरत में अंकतालिका-प्रमाण पत्र केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ही जारी करेगा। मूल्यांकन की दोनों प्रक्रियाएं समान रहेंगी। अजमेर क्षेत्रीय कार्यालय के तहत राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दादर नागर हवेली आते हैं(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,13.12.2010)।

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्डःडीपीसी की तैयारी
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में अनुभाग अधिकारी और सहायक निदेशक पद के लिए डीपीसी होगी। बोर्ड प्रशासन एक सप्ताह में प्रक्रिया अंजाम देगा।
बोर्ड ने नवम्बर में निदेशक, उपनिदेशक स्तर तक डीपीसी प्रक्रिया पूरी की थी। अब अनुभाग अधिकारी और सहायक निदेशक पदों के लिए डीपीसी होगी। इसके तहत सहायक स्तर के कार्मिक अनुभाग अधिकारी बनेंगे। इसी तरह अनुभाग अधिकारी की पदोन्नति सहायक निदेशक पद पर होगी। अधिकृत सूत्रों के मुताबिक प्रशासन दिसम्बर के चौथे सप्ताह तक डीपीसी पूरी करेगा। मालूम हो कि बोर्ड में लम्बे अर्से से डीपीसी नहीं हुई थी(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,13.12.2010)।

बीएसटीसीःकॉलेज आवंटन 21 को
बीएसटीसी संस्कृत की द्वितीय चरण की ऑनलाइन काउंसलिंग शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन करीब सौ अभ्यर्थियों ने कॉलेजों के विकल्प भरे और बैंक चालान जमा कराए।

बीएसटीसी के सह संयोजक डॉ.एम.एल.अग्रवाल के अनुसार सौ विद्यार्थियों ने बीएसटीसी की वेबसाइट से चालान डाउनलोड कर एसबीबीजे की शाखाओं में 2 हजार रूपए जमा कराए और विकल्प भरे। राजकीय महाविद्यालय 21 दिसम्बर को कॉलेजों का आवंटन करेगा। अभ्यर्थी 22 से 29 दिसम्बर तक शेष राशि 9 हजार 357 रूपए एसबीबीजे की शाखाओं में जमा कराने के अलावा आवंटित कॉलेज में उपस्थिति दे सकेंगे(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,13.12.2010)।

उदयपुरःजे.के. सीमेंट फैक्ट्री के कर्मचारियों की सेवा अवधि बढ़ी
जेके उदयपुर सीमेंट फैक्ट्री एवं दरोली स्टोन माइंस के श्रमिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन के साथ हुए समझौते में उनकी सेवा अवधि बढ़ाई गई है।

उदयपुर सीमेंट मजदूर संघ तथा जेके श्रमिक संघ के बैनर तले रविवार को सीमेंट फैक्ट्री श्रीपतिनगर के मैन गेट पर आयोजित सीमेंट फैक्ट्री व दरोली लाइम स्टोन माइंस के श्रमिकों की आमसभा में यह जानकारी दी गई। मजदूर संघ के केसूलाल सालवी, अब्दुल फहीम खान, मांगीलाल प्रजापत, जे के श्रमिक संघ के गौतम आमेटा, चतर सिंह सांखला, गोपाललाल कुम्हार आदि पदाधिकारियों ने सभा में बीआईएफआर बोर्ड द्वारा सीमेंट फैक्ट्री को पुन: चलाने की स्वीकृति देने के उपरांत भविष्य में होने वाली कार्यवाही व गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि बीआईएफआर से स्वीकृति पत्र मिलने के बाद राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ किए सेटलमेंट पर विचार विमर्श कर फैक्ट्री चलाने की कार्रवाई की जाएगी। पदाधिकारियों ने बताया कि प्रबंधन के साथ हुए समझौते के अनुसार फैक्ट्री के श्रमिकों की तीन साल व माइंस के श्रमिकों की दो साल की सेवा अवधि बढ़ाई है। खाली हुए पदों पर भर्ती के दौरान कार्यरत बदली श्रमिकों को स्थायी करने में प्राथमिकता दी जाएगी तथा फैक्ट्री बंद अवधि का कुल 2.25 करोड़ रूपए प्रबंधन जारी करेगा।

समझौते के तहत काम पर जाने वाले श्रमिकों के वेतन में 15सौ रूपए की वृद्धि होगी तथा महंगाई भत्ता देय होगा। 18 जून 2002 तक का पूर्व बकाया राशि व सेवानिवृत हुए श्रमिकों की बकाया राशि का भुगतान फैक्ट्री में काम शुरू होने पर फण्ड की उपलब्धता पर किया जाएगा(राजस्थान पत्रिका,उदयपुर,13.12.2010)।

एसआई परीक्षा में बैठे साढ़े पांच हजार
केन्द्रीय कर्मचारी आयोग, नई दिल्ली की ओर से सब इन्सपेक्टर इन सीपीओ परीक्षा में रविवार को जिले के पांच हजार 552 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। शहर में सभी केन्द्रों पर शांतिपूर्वक परीक्षा सम्पन्न हो गई।

अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर एवं परीक्षा के नोडल अघिकारी अशोक जैन ने बताया कि परीक्षा दो पारियों में प्रात: 10 से 12 एवं दोपहर 2 से 4 बजे तक हुई। पहली पारी में 2824 अभ्यर्थी और दूसरी पारी में 2728 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे। कुल 7584 में से 5 हजार 552 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा के लिए 26 निरीक्षण अघिकारी, 5 टीम लीडर और 308 वीक्षक लगाए गए थे। सभी केन्द्रों पर दोनों पारियों में परीक्षा शांतिपूर्वक हो गई।

न कठिन न अधिक सरल
अभ्यर्थी रविन्द्र व देवेन्द्र ने बताया कि पेपर न अधिक कठिन न अधिक सरल था। पेपर को सामान्य कहा जा सकता है। समय की जरूर कमी महसूस हुई। दो घण्टे में 200 प्रश्न हल करने थे। आखिर में कुछेक प्रश्न छूट गए(राजस्थान पत्रिका,अलवर,13.12.2010)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।