डाक विभाग में 5 साल या अधिक समय से काम कर रहे कर्मचारी अब सीधे पोस्टमास्टर बन सकेंगे। केंद्रीय डाक विभाग ने पोस्टमास्टर पदनाम में बदलाव करते हुए इस पद को तीन वर्गो में विभाजित किया है। ये पद प्रमोशन नहीं, बल्कि परीक्षा के जरिए भरे जांएगे।
डाक विभाग में एक ही पद पर वर्षो से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों के लिए यह सौगात से कम नहीं कि वे विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर अब सीधे पोस्टमास्टर बन सकेंगे। केंद्र सरकार के संचार एवं आईटी विभाग ने पोस्टमास्टर के पदों पर भर्ती के लिए वरिष्ठता के आधार पर होने वाली पदोन्नति की प्रक्रिया खत्म कर दी है।
इन पदों पर विभागीय परीक्षा के माध्यम से नियुक्ति करने का निर्णय गया लिया है। इस फैसले के बाद प्रदेश में डाकपाल के 27 पदों पर इतने ही कर्मचारियों को नियुक्ति मिल सकेगी।
वर्ष 2003-04 के बाद विभागीय परीक्षा से पोस्टमास्टर के पद पर भर्ती पर रोक लगाई गई थी। इसके बाद पिछले 6 वर्षो से वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नत कर कर्मचारियों को डाकपाल बनाया गया था।
वरिष्ठ कर्मचारियों की संख्या अधिक और पद कम होने के कारण विभागीय कर्मचारी 30-35 साल तक नौकरी करने के बाद भी डाकपाल के पद तक नहीं पहुंचते थे। वर्ष 2003-04 में डाक कर्मचारी संघ के विरोध के बाद विभागीय परीक्षा प्रक्रिया को बंद कर दिया गया था और वरिष्ठता के आधार पर ही डाकपाल बनाए जा रहे थे।
इसके बाद अब डाक विभाग ने परीक्षा पद्धति पुन: बहाल करने निर्णय लिया है। इस संबंध में देशभर के सभी डाक मुख्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में खाली पद
पोस्टमास्टर ग्रेड-1 20
पोस्टमास्टर ग्रेड-2 4
पोस्ट मास्टर ग्रेड-3 3
कहां कितने
बिलासपुर 3
रायगढ़ 3
जगदलपुर 3
रायपुर 5
दुर्ग 5
ऐसी होगी नई व्यवस्था
डाक विभाग ने पोस्टमास्टर के पद को तीन केडर में विभाजित किया है। इसके अनुसार लोवर सलेक्शन ग्रेड के कर्मचारी पोस्टमास्टर-1 बन सकेंगे। हायर सलेक्शन ग्रेड-2 के कर्मचारी पोस्टमास्टर ग्रेड-2 और हायर सलेक्शन ग्रेड-1 पोस्टमास्टर ग्रेड-3 कहलाएंगे।
फरवरी में होगी परीक्षा
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मुख्यालय में आदेश आने के बाद परीक्षा की तयारी शुरू कर दी गई है। विभागीय परीक्षा फरवरी 2011 में आयोजित की जाएगी। इसके बाद सभी डाकघरों में नियुक्यां कर दी जाएंगी(दैनिक भास्कर,बिलासपुर,18.12.2010)।
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