मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

22 दिसंबर 2010

आगराःविजीलेंस टीम ने खंगाला विवि का रिकार्ड

फर्जी अंक तालिका और प्रथम श्रेणी में छात्रों को उत्तीर्ण करना अंबेडकर विवि के लिपिकों को खासा भारी पड़ गया। निलंबन, चार्जशीट और स्थानांतरण की मार झेल रहे विवि कर्मचारियों को फिलहाल कहीं राहत नजर नहीं आ रही है। मंगलवार को इस प्रकरण पर लखनऊ से सतर्कता विभाग के अधिकारी विवि पहुंचे। उन्होंने फर्जी अंक तालिकाओं से संबंधित चार्ट और अभिलेख खंगाले। जांच की रिपोर्ट तैयार होने के बाद विवि के कुछ और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय है।
विवि में 29 नवंबर को कुलपति प्रो. केएन त्रिपाठी ने बीए की 15 फर्जी अंक तालिकाएं पकड़ी थीं। ये सभी आरबीएस कॉलेज के नाम पर फर्जी तरीके से बनाई गई थीं, लेकिन अंक तालिकाओं पर मौजूद क्रमांक संख्या कॉलेज के चार्ट में मौजूद नहीं था। इधर विवि में इन अंक तालिकाओं के चार्ट में भी काट-पीट और गड़बड़ी पकड़ में आई थी। प्रकरण की जांच के लिए कुलसचिव शत्रुघ्न सिंह ने डिप्टी रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी और बालजी यादव की दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। दोषी पाये गए 2 कर्मचारियों को निलंबित, 3 के खिलाफ चार्जशीट और 26 का स्थानांतरण कर दिया था। प्रकरण की रिपोर्ट कुलपति को सौंपी गई थी। जिस पर कुलपति ने सतर्कता विभाग से प्रकरण की जांच को लिखा था।
मंगलवार को लखनऊ से जांच के लिए आए सतर्कता

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।