सत्र 2011 के लिए सीबीएसई की अखिल भारतीय इंजीनीयरिंग प्रवेश परीक्षा की तिथि बढ़ा दी गई है। देशभर में यह परीक्षा अब अगले वर्ष 24 अप्रैल के स्थान पर 1 मई 2011 को सम्पन्न होगी। यह परिवर्तन इस्टर पर्व के परिप्रेक्ष्य किया गया है। सीबीएसई के निदेशक (विशेष परीक्षा) द्वारा वेबसाइट पर जारी सूचना में यह जानकारी दी गई। परीक्षा के पाठ्यक्रम एवं प्रारूप में कोई अन्य परिवर्तन नहीं किया गया है। वर्तमान में प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण चल रहा है। वर्ष 2011 में आल इंडिया इंजीनियरिंग इंट्रेंस एक्जाम में इस वर्ष देश स्तर पर आयोजित इस परीक्षा में 12 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के शामिल होने की सम्भावना है। अगले सत्र के लिए इंजीनियरिंग एवं प्लानिंग आदि कक्षाओं में सीटों की संख्या लगभग 28 हजार है। वर्ष 2010 में प्रवेश परीक्षा में 11 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। बुलेटिन 22 दिसम्बर से देश के चुनिंदा सेंटरों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एनआइटी, ट्रिपल आइटी एवं आइआइटी, डीम्ड विवि और सरकारी सहायता प्राप्त संस्थान में बीई बीटेक, बीआर्क एवं बी प्लानिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा। गत तीन वर्षो की बात करें तो इंजीनियरिंग कक्षाओं में प्रवेश में छात्रों को खासा रूझान देखने को मिल रहा है। गत वर्ष परीक्षा में के लिए 11,18,1148 छात्रों ने पंजीकरण कराया था इनमें से 10,65,100 परीक्षा में शामिल हुए थे। वर्ष 2009 में बीई, बीटेक की सत्तह हजार से अधिक सीटें थी। बीआर्क एवं बी प्लानिंग की सीटों की संख्या 759 रही। वर्ष 2010 में बीटेक एवं बीई कक्षाओं में 21816 स्थान एवं बीआर्क एवं बीप्लानिंग में 936 सीटों पर प्रवेश हुआ। इसी प्रकार गत दो वर्ष में 10 नए एनआइटी सहित इंजीनियरिंग कालेजों में बढ़ोतरी की गई। बोर्ड ने इस वर्ष सीटों की संख्या पहले ही घोषित कर दी है। पिछले दो वर्षों में बीई एवं बीटेक में लगभग सात हजार सीटों का इजाफा हुआ। वहीं बीआर्क एवं बी प्लानिंग में पौने दो सौ से अधिक सीटें बढ़ाई गई हैं। सीटों की संख्या 25 हजार पार कर चुकी है। इस वर्ष प्रवेश इस कारण भी कठिन माना जा रहा है कि गत चार वर्षो की तुलना में परीक्षार्थियों की संख्या प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख से अधिक बढ़ी है। इसमें गत वर्ष की भांति इस वर्ष प्रयोगात्मक पक्ष को जोड़ा जाएगा। अगले वर्ष 1 मई को आयोजित प्रवेश परीक्षा का पहला पेपर सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े बारह बजे एवं दूसरा पेपर दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे के माध्य सम्पन्न होगा। परीक्षा में भौतिक, रसायन एवं गणित से जुड़े प्रश्न होंगे। आर्किटेक्ट कोर्स के लिए छात्रों को एप्ट्यूट टेस्ट देना होगा। परीक्षा के लिए दिल्ली उत्तर प्रदेश सहित देशभर में लगभग सौ शहरों में डेढ़ हजार परीक्षा केंद्र बनाए जाने की उम्मीद है। (दैनिक जागरण,इलाहाबाद,28.12.2010)
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