मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

04 दिसंबर 2010

सीबीएसईःअब छठी से चीनी भाषा की पढ़ाई

सीबीएसई की पहल के तहत अब देशभर के स्कूलों में चीनी भाषा की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। अप्रैल, 2011 से शुरू हो रहे नए सत्र में छठीं कक्षा के छात्रों को चीनी भाषा सीखे का अवसर मिलेगा। सीबीएसई ने विदेशी भाषा के तौर पर इसे पढ़ाने की घोषणा की है। यह पहली बार है जब इतनी छोटी कक्षा से किसी विदेशी भाषा को सिखाने की कवायद की जा रही है। अभी तक तक सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी स्तर पर ग्लोबल स्तर पर १२ अन्य विदेशी भाषाओं की पढ़ाई सीबीएसई बोर्ड कराता है। यही कारण है कि चीनी भाषा का ज्ञान छात्रों तक पहुंचाने के लिए बोर्ड शिक्षकों को भी खास तरह की ट्रेनिंग देने की तैयारी कर रहा है। सीबीएसई अध्यक्ष विनीत जोशी ने सत्र 2011-12 चीनी भाषा की पढ़ाई शुरू कराने की घोषणा करने के साथ-साथ यह भी स्पष्ट किया है कि आखिरीकार यह भाषा आज छात्रों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है।

उनका कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के तहत संसार का एक बहुत बड़ा हिस्सा चीनी भाषा बोलता है और चूंकि भारत पड़ोसी देश है, इसलिए यहां के छात्रों के लिए प्रारंभ से ही इस भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। चीनी भाषा को शुरू करने के पीछे बोर्ड का उद्देश्य है कि छात्र चीनी भाषा में प्रभावी ढंग से संवाद कर सकें। साथ ही सुनने, पढ़ने, बोलने के कौशल का निर्माण करना है। लिखित व मौखिक रूप से इसके इस्तेमाल करने के लिए आत्मविश्वास का निर्माण करना और पड़ोसी देश होने के नाते चीनी संस्कृति व पंरपरा से रुबरु कराना भी है। बोर्ड चेयरमैन की ओर से स्कूलों को भेजे गए अपने आदेश में भाषा को शुरू करने के साथ ही इसे पढ़ाने की तकनीक की भी जानकारी दी गई है। बोर्ड ने कहा है कि भाषा को पढ़ाने की तकनीक बहुकौशल कार्यप्रणाली व शिक्षार्थी केन्द्रित होनी चाहिए, ताकि छात्र उसे आसानी से समझ सकें। बोर्ड ने सलाह दी है कि इस भाषा को पढ़ाने के लिए शिक्षक इलेक्ट्रिानिक व प्रिंट मीडिया माध्यमों का भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसका मूल्यांकन सतत आधार पर ही होगा, जिसके लिए बोर्ड ने स्कूलों को कुछ गतिविधियां भी सुझाई हैं। इसके अंतर्गत स्कूल, रोल प्ले, ड्रामा, वाद-विवाद, समूह में कार्य कराना, कम्प्यूटर, टेलीविजन, वीडियो कैसेट, सॉफ्टवेयर पैकेज, गेम्स व जोक, कार्टून, स्केच व फोटो की पहचान करना शामिल है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,4.12.2010)।

1 टिप्पणी:

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।