झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा कापाठ्यक्रम अब संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के समान होगा। कार्मिक विभाग इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है। अभ्यर्थी काफी लंबे अर्से से दोनों परीक्षाओं का पाठच्यक्रम एक समान करने की मांग कर रहे थे।
पिछले दिनों मुख्य सचिव डॉ. एके सिंह की अध्यक्षता मंे जेपीएससी व झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कार्यो की समीक्षा के लिए बैठक हुई थी। इसमें मुख्य सचिव ने कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग को पाठच्यक्रम के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को सौंपने का निर्देश दिया था। विभाग प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया है। एक पखवाड़े के अंदर इसे सरकार के सामने रखा जाना है। सरकार के अंदर इस बात पर लगभग सहमति बन गई है। बताया जाता है कि प्रस्ताव आते ही इससे संबंधित दिशा निर्देश जारी हो जाएंगे।
अभ्यर्थियों को क्या होगा फायदा
अभ्यर्थियों को अभी यूपीएससी और जेपीएससी परीक्षा की अलग-अलग तैयारी करनी पड़ती थी। पाठच्यक्रम एक समान हो जाने से वे दोनों परीक्षाओं की तैयारी एक साथ कर सकेंगे। इससे उनका समय बचेगा।
जेपीएससी सदस्यों की उम्र सीमा बढ़ेगी जेपीएससी के सदस्यों की उम्र सीमा बढ़ाने का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में सदस्यों की उम्र सीमा 62 वर्ष निर्धारित है। अब इसे बढ़ाकर 65 वर्ष करने की कवायद शुरू की गई है। इससे संबंधित प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा(बिनोद ओझा,दैनिक भास्कर,रांची,29.11.2010)।
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