सरकारी विभागों में संख्या से कम लोगों को योजनाओं का लाभ देना तो आम है, लेकिन निर्धारित संख्या से तीन गुना ज्यादा लोगों को लाभ देने की बात कभी सामने नहीं आई होगी। ऐसा एक या दो माह से नहीं बल्कि पूरे पांच साल से हो रहा है। ये मानक स्थापित कर रहा है हरियाणा का रोजगार विभाग। विभाग के हिसार जिले के टोहाना और डबवाली स्थित कार्यालय ऐसे हैं जहां पंजीकृत बेरोजगारों से तीन गुना ज्यादा लोगों को भत्ता दिया जा रहा है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय परिसर निवासी विजय गुप्ता की आरटीआइ अर्जी से यह खुलासा हुआ है। गुप्ता ने सरकार ने रोजगार कार्यालयों, कर्मचारियों, बेरोजगारों की संख्या, बेरोजगारी भत्ते आदि के बारे में जानकारी मांगी थी। आरटीआइ के तहत मिली सूचना पर गौर किया जाए तो रोजगार विभाग के टोहाना व डबवाली कार्यालय ऐसे हैं जहां पंजीकृत बेरोजगारों से कहीं अधिक बेरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा है। टोहाना में 2898 बेरोजगार पंजीकृत हैं लेकिन भत्ता 15936 को, डबवाली में 7850 पंजीकृत के मुकाबले 15024 बेरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा है। टोहाना कार्यालय एक जुलाई 2005 से 31 जुलाई 2010 तक एक करोड़ 66 लाख 22 हजार 50 तथा डबवाली कार्यालय ने इसी अवधि के दौरान दो करोड़ 88 लाख 26 हजार 850 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने में खर्च किए हैं। आरटीआइ से पता चला है कि दोनों कार्यालयों के कर्मचारियों ने पांच साल में यात्रा भत्ते के रूप में सवा लाख से अधिक की राशि खर्च की है टोहाना कार्यालय ने 35466 रुपये तो डबवाली ने 99303 रुपये इस मद में खर्च किए हैं। इसके अलावा अन्य खर्चो के मद में टोहाना ने दो लाख 49 हजार 444 रुपये तो डबवाली ने तीन लाख 32 हजार 856 रुपये की राशि खर्च की है। इन पांच सालों के दौरान टोहाना कार्यालय के कर्मचारियों ने 59 लाख चार हजार 582 रुपये तो डबवाली कार्यालय के कर्मचारियों ने 51 लाख 58 हजार 584 रुपये की राशि वेतन के रूप में प्राप्त की है। 5 साल में 41 को दिया रोजगार : दोनों कार्यालयों ने इस पांच साल की अवधि में 41 लोगों को रोजगार दिया है। इनमें टोहाना ने 22, डबवाली ने 19 लोगों रोजगार उपलब्ध करवाया है। कार्यालयों द्वारा उपलब्ध करवाए गए रोजगार किस स्तर के हैं(संजय योगी,दैनिक जागरण,हिसार,११.१२.२०१०)
वाह यही रह गया था। अच्छी जानकारी है। आभार।
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