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24 दिसंबर 2010

झारखंडःतीन जिलों में खुलेंगे सरकारी कॉलेज,चार माह में शिक्षकों की नियुक्ति

राज्यपाल एमओएच फारूक ने कहा कि प्रदेश के शैक्षणिक रूप से पिछड़े लातेहार, चतरा व खरसवां जिले में एक-एक अंगीभूत कॉलेज खोले जाएंगे। उन्होंने संबंधित कुलपतियों को प्रस्ताव तैयार कर मानव संसाधन विकास विभाग को सौंपने का निर्देश दिया।

फारूक ने कहा कि हर कॉलेज के लिए एचआरडी से पांच-पांच एकड़ भूमि उपलब्ध करने के लिए विवि प्रशासन आग्रह करे। यदि कोई औद्योगिक संस्थान, व्यक्ति या सामाजिक संस्था इसकी जिम्मेवारी ले, तो स्वीकार्य होगा। इन जिलों में एक भी सरकारी कॉलेज नहीं है।

वे गुरुवार को राजभवन में राज्य के पांचों विश्वविद्यालयों के वीसी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विश्वविद्यालयों को विधिक समिति गठित करने, कंप्यूटरीकृत प्रणाली अपनाने और वेबसाइट पर सूचना उपलब्ध कराने को कहा, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

चार माह में होगी नियुक्ति
कुलाधिपति ने वीसी से कहा कि विवि में शिक्षकों के रिक्त पदों पर गंभीरतापूर्वक विचार करें। इस संबंध में एक माह में संगत बिंदुओं पर विचार कर निर्णय ले लें। चार माह के अंदर जेपीएससी या अन्य वैकल्पिक माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लें।

क्लास न करेंगे तो कार्रवाई

गवर्नर ने कहा कि सूचनाएं मिल रही हैं कि शिक्षक कर्तव्य में कोताही बरत रहे हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए। विवि ऐसी अनुश्रवण प्रणाली बनाएं जिससे पता चले किकौन शिक्षक कितना पढ़ा रहे हैं। कॉलेजों और विवि लगातार मॉनिटरिंग करें।


शिक्षक हैं, लेकिन शिक्षण नहीं
मुख्य सचिव एके सिंह ने कहा कि राज्य में भवन, उपस्कर व शिक्षक हैं, लेकिन शिक्षण नहीं है, जो चिंता का विषय है। विवि इस ओर ध्यान दें। निर्माण कार्य में विवि यूजीसी से अधिक राशि लेने का प्रयास करे। जनजातीय बहुल क्षेत्र में भवन निर्माण व प्रयोगशाला के लिए केंद्र सरकार द्वारा राशि दी जाती है, इसका सभी विश्वविद्यालय लाभ उठाएं।

शैक्षणिक कैलेंडर तैयार करें
गवर्नर ने विवि को शैक्षणिक कैलेंडर तैयार करने का निर्देश भी दिया। वहीं, जेआरएफ शोधार्थियों को तुरंत भुगतान करने और गल्र्स हॉस्टल बनाने की भी बात कही। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वीसी, प्रो-वीसी, रजिस्ट्रार आदि अधिकारी मुख्यालय में रहें। यह देखना वीसी की जिम्मेदारी होगी।

75 करोड़ से कैंपस
गवर्नर ने कोल्हान, सिदो कान्हू व नीलांबर-पीतांबर विवि के कैंपस के लिए 25-25 करोड़ का प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया। तीनों विवि में छात्र संख्या के अनुसार कैंपस नहीं है।

वेतन निर्धारण करें
गवर्नर ने विवि को वेतन निर्धारण कर शिक्षा विभाग में पेश करने, वित्त रहित कॉलेजों को सरकारी अनुदान का भुगतान करने व शिक्षकों-कर्मियों को वक्तपर वेतन देने का ध्यान रखने को कहा।

शिक्षकों को दें प्रोन्नति
राज्यपाल ने कहा कि सूबे के सभी विवि शिक्षकों को शीघ्र प्रोन्नति दी जाए। मानव संसाधन विकास विभाग और जेपीएससी इस बाबत समन्वय स्थापित कर इसे सुनिश्चित कराएं।

अंदर की बात
जब माहौल हुआ गरम
राजभवन में बैठक के दौरान कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों की व्यवस्था को लेकर सभी वीसी व अधिकारियों की क्लास ली।

एफओ गिरफ्तार क्यों न हुए:
रांची विवि के वीसी डॉ. एए खान व रजिस्टार डॉ.ज्योति कुमार से गवर्नर ने पूछा कि आखिर विवि की राशि किसी के व्यक्तिगत एकाउंट में कैसे चली गई। खान ने कहा कि एफओ सुशील प्रसाद व बैंक की मिलीभगत से ऐसा हुआ है। तब गवर्नर ने पूछा कि आज तक एफओ की गिरफ्तारी या अन्य कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इस पर वीसी निरुत्तर हो गए।

आपा खो बैठीं प्रो-वीसी:
कोल्हान विवि के वीसी डॉ.सलिल राय ने कहा कि प्रो-वीसी डॉ.लक्ष्मीश्री 11 बजे आती हैं और 3 बजे चली जाती हैं। विवि की कार रखती हैं और क्वार्टर में नहीं रहतीं। इस पर वह बोलीं कि गलत जानकारी है। गवर्नर ने कहा कि मुझे भी यह जानकारी मिली है। इस पर प्रो-वीसी ने कहा कि आप मुझ पर ब्लेम लगा रहे हैं। यह सुन लोग अवाक रह गए(दैनिक भास्कर,रांची,24.12.2010)।

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