शिक्षा मंत्री भंवरलाल मेघवाल का कहना है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में कर्मचारियों की भर्ती की कवायद शीघ्र शुरू की जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी सूरत में बोर्ड का विखंडन नहीं होगा। मेघवाल ने गुरूवार को बोर्ड कार्यालय का निरीक्षण किया।
मेघवाल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि बोर्ड का विखंडन नहीं होगा। बोर्ड कार्यालय व कर्मचारी-अधिकारी अजमेर में ही रहेंगे। उन्होंने बोर्ड में हुए विकास कार्यो की प्रशंसा की। मेघवाल ने निर्देश दिए कि बोर्ड कार्यालय को पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड कर दिया जाए। उन्होंने भवन का निरीक्षण कर सुविधाएं बढ़ाने को कहा। मेघवाल ने प्रदेश स्तर पर विद्यार्थियों को दी जा रही सुविधाओं की भी जानकारी ली।
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि बोर्ड विद्यार्थियों के हित तथा कर्मचारियों की सुविधाओं के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। अगले साल से परीक्षा के आवेदन ऑनलाइन लिए जाने की कवायद की जा रही है। प्राइवेट स्कूलों पर यह अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड का विखंडन नहीं होगा।
देवनानी पर बरसे
शिक्षा मंत्री मेघवाल तथा बोर्ड अध्यक्ष गर्ग विधायक वासुदेव देवनानी पर बरसे। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने पिछले दिनों आशंका जताई थी कि बोर्ड का विखंडन करने का प्रयास किया जा रहा है। इसका जवाब देते हुए दोनों ने कहा कि विखंडन नहीं होगा। मेघवाल ने कहा कि देवनानी पहले खुद का शिक्षा राज्यमंत्री का कार्यकाल देखें। उन्होंने शिक्षा विभाग की क्या गत बना रखी थी।
राजकॉम्प की सुस्त चाल
शिक्षा मंत्री तथा बोर्ड अध्यक्ष सरकारी एजेंसी राजकॉम्प से खफा दिखाई दिए। बोर्ड में कम्प्यूटराइजेशन के मुद्दे पर मेघवाल तथा गर्ग की बातचीत में उनकी नाराजगी साफ झलकी। दोनों इस बात से नाराज थे कि राजकॉम्प के कामकाज की गति बेहद धीमी है। कहने के बावजूद समय पर काम नहीं होता।
ऊपर शाबासी, नीचे फरियादी
शिक्षा मंत्री तथा बोर्ड अध्यक्ष एक-दूसरे के कामकाज की तारीफ कर नीचे उतरे ही थे कि नीचे फरियादी मिल गया। जिले के बाहर से आए इस व्यक्ति ने मंत्री के सामने आ कर कहा कि सर्टिफिकेट में नाम संशोधन के लिए घूम रहा हूं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। मंत्री ने जानकारी लेकर कहा कि शीघ्र ही बोर्ड की ओर से इस संबंध में व्यवस्थाएं की जा रही हैं। हालांकि प्रशासन ने यह भी कह दिया कि सर्टिफिकेट में गलती पर लोग तुरंत क्यों नहीं आते। कम्प्यूटराइजेशन व व्यवस्थाओं को अद्यतन कर दिए जाने के बाद यह समस्या सामने नहीं आएगी।
'शिलान्यास नहीं करें'
अजमेर. विधायक वासुदेव देवनानी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर 12 दिसम्बर को जयपुर में प्रस्तावित बोर्ड भवन का शिलान्यास नहीं करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में कहा कि यह बोर्ड के विखंडन का प्रयास है। यह अजमेर के हितों पर कुठाराघात है। आम जनता में काफी रोष व्याप्त है।
(राजस्थान पत्रिका,अजमेर,10.12.2010)
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