‘वेब’ की दुनिया में स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज का खास महत्त्व है। दिन-प्रतिदिन विकसित होती इंटरनेट टेक्नोलॉजी ने स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज के जानकारों के लिए भी सुनहरे अवसर पैदा किए हैं। आइए, आज बात करते हैं इन्हीं स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज से संबंधित कुछ तकनीकी बारीकियों की।
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज या स्क्रिप्ट लैंग्वेज लैंग्वेजों की एक प्रमुख कैटगरी है, जो एक या अधिक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशंस को कंट्रोल करने की सुविधा देती है। स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को यदि हम आम भाषा में बोलें तो यह उसी प्रकार से काम करती है, जैसे कोई एक्टर पहले से लिखी गई स्क्रिप्ट के अनुसार अपना डायलॉग बोलता है। स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज की सहायता से हम स्क्रिप्ट लिखते हैं और यह स्क्रिप्ट दूसरे डाटा और सिस्टम से इंटरेक्ट करने के बाद एग्जिक्यूट होकर अपना काम पूरा करती है। स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को लाइट वेट (light weight) प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी कहा जाता है।
आमतौर पर स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को एचटीएमएल (HTML) के अंदर इम्बेड किया जा सकता है। ऐसा करने से वेब पेज की फंक्शनेलिटी को काफी बढ़ाया जा सकता है, जैसे विभिन्न प्रकार के मेन्यू स्टाइल, ग्राफिक्स डिस्प्ले, डायनामिक एडवरटाइजिंग आदि को हैंडल किया जा सकता है और इसे आकर्षक बना सकते हैं। स्पेशलाइज्ड ग्राफिक्स यूजर इंटरफेस (जीयूआई) के लिए भी इसका उपयोग करते हैं।
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को हम सर्वर और क्लाइंट से भी जोड़ कर देख सकते हैं। सर्वर-साइड स्क्रिप्टिंग एक तरह की वेब टेक्नोलॉजी है, जहां किसी यूजर की रिक्वेस्ट को प्रोसेस करने के लिए संबंधित स्क्रिप्ट को सीधे वेब सर्वर पर रन कर डायनामिक वेब पेज जनरेट किया जाता है। वहीं, क्लाइंट-साइट स्क्रिप्टिंग में स्क्रिप्ट को आमतौर पर वेब ब्राउजर में ही रन किया जाता है।
कंप्यूटर एजुकेशन से संबंध रखने वाले छात्रों के मन में आमतौर पर स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को लेकर काफी भ्रम बना रहता है। इंटरव्यू में भी इन दोनों लैंग्वेज के बीच के अंतर से संबंधित प्रश्न प्रमुखता से पूछे जाते हैं।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (सी, सी++, विजुअल बेसिक) आदि में लिखे कोड्स को पहले कंपाइल करना जरूरी होता है। इसके बाद इसे रन किया जा सकता है। एक बार कंपाइल होने के बाद आप इसे कई बार रन कर सकते हैं। इन प्रोग्राम्स को रन करने से पहले एग्जिक्यूटेबल (executable) फाइल्स में परिवर्तित किया जाता है। इसके विपरीत स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को कंपाइल करने की बजाए इंटरप्रेट किया जाता है। यहां एक कमांड को एक बार में इंटरप्रेट किया जाता है। इन्हें रन टाइम में इंटरप्रेट किया जाता है। कहने का मतलब है कि प्रत्येक बार जब आप प्रोग्राम को रन करना चाहते हैं तो हर बार एक अलग प्रोग्राम कोड्स को पढ़ेगा, फिर इसे इंटरप्रेट करने के बाद इन इंस्ट्रुक्शंस को एग्जिक्यूट किया जाता है।
विभिन्न कैटगरी
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज को विभिन्न कैटगरी में रखा जा सकता है। कुछ प्रमुख कैटगरीज हैं-
जीयूआई स्क्रिप्टिंग
ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (जीयूआई) के डेवलपमेंट के साथ ही कंप्यूटर को कंट्रोल करने के लिए विशेष प्रकार की स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज सामने आयी। ये स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज ग्राफिक्स विंडोज, मेन्यू, बटन आदि से इंटरेक्ट कर काम करती है।
एप्लीकेशन-स्पेसिफिक लैंग्वेज
ये स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज एप्लीकेशंस पर आधारित होती हैं, जो एप्लीकेशन यूजर की जरूरत को ध्यान में रखकर बनायी गई हैं। कंप्यूटर गेमिंग सिस्टम इसका उदाहरण हो सकता है।
वेब ब्राउजर
वेब ब्राउजर ऐसी एप्लीकेशन है, जो वेब पेज को डिस्प्ले करती है। इसकी कार्यप्रणाली को कंट्रोल करने के लिए भी कई स्पेशल-परपज (special-purpose) लैंग्वेज बनाई गई हैं।
प्रमुख स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज
आजकल कई स्क्रिप्टिंग लैंग्वेजों का उपयोग किया जा रहा है। इन लैंग्वेजों के जानकारों के लिए जॉब मार्केट में भी काफी डिमांड है। जावा स्क्रिप्ट, जेएसपी, पीएचपी, पर्ल, वीबी स्क्रिप्ट (vb script) आदि प्रमुख स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज हैं।
जावा स्क्रिप्ट सभी महत्त्वपूर्ण ब्राउजर को भी सपोर्ट करती है। यह इंटरप्रेटेड लैंग्वेज है, जिसका उपयोग वेब पेज में डायनामिक कंटेंट्स जैसे मेन्यू, पॉप-अप विंडोज, एनिमेशन आदि के लिए किया जाता है। vb script विजुएल बेसिक पर आधारित लैंग्वेज है। पीएचपी भी एक प्रमुख स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज मानी जाती है। पीएचपी यानी हाइपर टेक्स्ट प्री-प्रोसेसर सर्वर-साइड स्क्रिप्ट लैंग्वेज है, जो कई डाटा बेस जैसे My SQL, Oracle, Sybase आदि को सपोर्ट करती है। यह एक ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है, जिसे आप फ्री डाउनलोड कर सकते हैं। इसकी विशेषता है कि यह विभिन्न प्लेटफॉर्म (विंडोज, यूनिक्स, लाइनक्स आदि) पर हो सकती है। अमूमन सभी सर्वर के साथ कंपेटिबल है। स्क्रिप्टिंग लैंग्वेजों के बारे में विशेष जानकारी और ट्यूटोरियल्स के लिए आप www.w3schools.com पर लॉगइन करें।
तकनीकी कोना
स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज या स्क्रिप्ट लैंग्वेज, लैंग्वेजों की एक प्रमुख कैटगरी है, जो एक या अधिक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशंस को कंट्रोल करने की सुविधा देती है(संजीव कुमार,हिंदुस्तान,दिल्ली,7.12.2010)।
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