व्यावसायिक परीक्षा मंडल से जारी शिक्षाकर्मियों की वेटिंग लिस्ट की वैधता 1 साल के बजाय 13 महीने रहेगी। पंचायत मंत्रालय ने वैधता तिथि में संशोधन किया है, जिसका प्रकाशन राजपत्र में भी हुआ है। इस बदलाव के बाद पिछले वर्ष जारी वेटिंग लिस्ट 7 फरवरी तक मान्य रहेगी। इस बदलाव से प्रदेश हजारों बेरोजगारों के लिए रोजगार के द्वार खुल गए हैं।
प्रदेश के स्कूलों में रिक्त शिक्षक के पदों की पूर्ति के लिए शिक्षाकर्मी भर्ती परीक्षा 29 नवंबर, 3 एवं 6 दिसंबर 2009 को आयोजित हुई थी। व्यापमं द्वारा नतीजे 7 जनवरी को घोषित किए गए थे। सभी जिला और जनपद पंचायतों में प्रावीण्य सूची के आधार पर रिक्तियों की पूर्ति हुई।
शासन के नियमानुसार चयनित उम्मीदवारों के पदभार ग्रहण नहीं करने और नियमित शिक्षकों के प्रमोशन, रिटायरमेंट से रिक्त होने वाले पदों की पूर्ति वेटिंग लिस्ट से की जानी थी। पंचायत मंत्रालय ने व्यापमं द्वारा जारी वेटिंग लिस्ट को एक साल के लिए वैध माना था।
जिससे जनवरी 2010 में जारी शिक्षाकर्मी वेटिंग लिस्ट की वैधता 7 जनवरी 2011 को समाप्त हो रही थी। प्रदेश के कई जिलों में पद रिक्त होने के बाद भी वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति नहीं की जा सकी है। प्रदेश के कई जनपद और जिला पंचायतों ने इस संदर्भ में पंचायत मंत्रालय से मार्गदर्शन मांगा था।
राज्य शासन बार-बार परीक्षा आयोजित करने और पिछली परीक्षा में पास होने वाले बेरोजगारों के चयन से वंचित होने के कारण वेटिंग लिस्ट की वैधता एक महीने के लिए बढ़ा दी है। अब वेटिंग लिस्ट 13 महीने वैध रहेगी। इस संशोधन का प्रकाशन राजपत्र में भी हुआ है।
पंचायत विभाग के संचालक आलोक अवस्थी ने सभी जिला पंचायतों को इसी संशोधन की जानकारी भिजवाई है। शासन के इस आदेश के बाद प्रदेश में शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति 7 फरवरी 2011 तक होगी और वेटिंग लिस्ट 8 फरवरी को अवैध मान ली जाएगी। यह व्यवस्था तब तक मान्य होगी जब तक राज्य शासन इस प्रावधान में फिर से संशोधन न कर ले।
200 बेरोजगारों को लाभ
शिक्षाकर्मी वेटिंग लिस्ट की वैधता सीमा बढ़ाए जाने से बिलासपुर जिले में 200 बेरोजगारों के लिए रोजगार के द्वार खुल गए हैं। जिले की कोटा, मस्तूरी सहित आधा दर्जन ब्लाकों में शिक्षाकर्मी वर्ग-3 के डेढ़ सौ से ज्यादा तो वर्ग-1 और 2 के 50 पद रिक्त हैं, जिनकी पूति वेटिंग लिस्ट से होगी। जिले में रिक्त इन पदों को वेटिंग लिस्ट की वैधता समाप्त होने के कारण नहीं भरा जा रहा था(दैनिक भास्कर,बिलासपुर,12.1.11)।
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