सीबीएसई से जुड़े स्कूलों में 10वीं की वार्षिक परीक्षाएं मार्च के द्वितीय पखवाड़े में आयोजित की जाएंगी। बोर्ड ने स्कूलों को 9वीं की वार्षिक परीक्षाएं मार्च के प्रथम पखवाड़े में ही आयोजित करने को कहा है। सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (कंटीन्यूअस कॉम्प्रिहैंसिव इवैल्यूएशन : सीसीई) के तहत द्वितीय समिटिव असैसमेंट कहलाने वाली कक्षा 9 व 10वीं की इन वार्षिक परीक्षाओं के लिए बोर्ड ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड परीक्षा नियंत्रक एमसी शर्मा ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे 10वीं की साइंस और इंग्लिश (कम्यूनिकेटिव व लैंग्वेज-लिटरेचर) की परीक्षाएं 23 मार्च के बाद करवाएं। यह भी तय किया गया है कि 9वीं और 10वीं के लिए हिंदी -ए, हिंदी -बी, मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस, कम्यूनिकेटिव संस्कृत और इंग्लिश (कम्यूनिकेटिव व लैंग्वेज-लिटरेचर) जैसे विषयों के लिए बोर्ड खुद ही क्वेश्चन पेपर बैंक उपलब्ध करवाएगा। अन्य विषयों और भाषाओं के क्वेश्चन पेपर स्कूलों को खुद ही बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर दिए सैंपल क्वेश्चन पेपर के आधार पर तैयार करने होंगे।
विद्यार्थियों को न बताएं मार्क्स: एमसी शर्मा ने स्कूलों को आगाह किया है कि वे कक्षा 10 के लिए आयोजित द्वितीय समिटिव असैसमेंट के अंक छात्र-छात्राओं को कतई न बताएं। उनका परिणाम बोर्ड जारी करेगा। इसमें स्कूल द्वारा करवाई परीक्षाओं के अंक भी जोड़े जाएंगे। विद्यार्थियों का परिणाममई में जारी किया जाएगा। साथ ही समान सर्टिफिकेट भी बोर्ड ही देगा।
तीन तरह से तैयार कर सकते हैं पेपर
1. सीडी में दिए विभिन्न पेपर्स में से एक चुन सकते हैं। 2. अलग-अलग क्वेश्चन पेपर सैट्स में दिए विभिन्न प्रश्नों और विभागों को मिक्स एंड मैच करते हुए। इसके लिए पेपर बोर्ड के सैंपल क्वेश्चन पेपर, डिजाइन और ब्लू प्रिंट को आधार बनाना होगा। 3. बोर्ड की वैबसाइट पर मौजूद सैंपल क्वेश्चन पेपर, डिजाइन और ब्लू प्रिंट के आधार पर स्कूल खुद भी सवाल तैयार कर क्वेश्चन पेपर और उनकी मार्किग स्कीम तैयार कर सकते हैं। इसे बोर्ड से प्रमाणित करवाना होगा।
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच: स्कूलों की ओर से लिए जाने वाले समिटिव असेसमेंट की उत्तर पुस्तिकाएं स्कूल टीचर ही जांचेंगे। इसके लिए बोर्ड की मार्किग स्कीम को आधार बनाया जाएगा। क्लस्टर के जरिए भी कॉपियों की जांच करवाने का विकल्प खुला रहेगा। इसमें दूसरे स्कूल के शिक्षक इन कॉपियों को जांचेंगे। एमसी शर्मा स्पष्ट करते हैं कि किसी भी स्थिति में उत्तर पुस्तिकाओं को बोर्ड कार्यालय नहीं भेजा जाना है। स्कूलों से कहा गया है कि वे कक्षा 9 की उत्तरपुस्तिकाएं 3 वर्ष के लिए और कक्षा 10 की उत्तरपुस्तिकाएं 2 वर्ष के लिए अपने पास सेफ कस्टडी में रखेंगे। इनके साथ ही इस्तेमाल किए प्रश्न पत्र और मार्किग स्कीम भी संभालने होंगे। ताकि जब कभी बोर्ड इनका वेरिफिकेशन करना चाहे, तो कर सके।
द्वितीय समिटिव असेसमेंट: एक नजर में
द्वितीय समिटिव असेसमेंट पेपर-पैन टैस्ट है। 10वीं के विद्यार्थियों के लिए बोर्ड और स्कूल दोनों ही यह टैस्ट आयोजित कर रहे हैं। 74,531 विद्यार्थियों ने स्कूल की ओर से कराए जाने वाले टैस्ट में शामिल होने का विकल्प चुना है। कक्षा 9 के विद्यार्थियों का टैस्ट केवल स्कूल ही लेंगे।
हर स्कूल तय करेगा अपनी तारीख: सीसीई के तहत बोर्ड ने सभी स्कूलों को कक्षा 9 व 10 के लिए अपनी सहूलियत के अनुसार परीक्षाओं की तारीखें तय करने की छूट दी है। क्लस्टर या शहर के अनुसार बाकी स्कूलों से मिलकर भी समान तारीखें तय की जा सकती हैं।
10वीं के प्रश्न पत्र 7 मार्च तक: बोर्ड क्वेश्चन पेपर बैंक स्कूलों को सीडी के जरिए भिजवाएगा। इसका लक्ष्य सभी स्कूलों में समान स्तर की परीक्षा का आयोजन सुनिश्चित करना है। इसमें विषयों के पहले से तैयार कई पेपर और सैकड़ों सवाल दिए होंगे। 10वीं के लिए क्वेश्चन पेपर्स की सीडी 7 मार्च तक सभी स्कूलों को बोर्ड भेज देगा। कक्षा 9 के लिए ये सीडी 20 फरवरी तक भेजी जाएगी। स्कूल अपने प्लान के अनुसार इनका उपयोग कर सकेंगे। इसके अलावा एक और सीडी स्कूलों को भेजी जाएगी। इसमें मुख्य विषयों की मार्किग स्कीम दी जाएगी(दैनिक भास्कर,अजमेर,21.1.11)।
dhanyvaad
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