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16 जनवरी 2011

दिल्ली में नर्सरी दाखिलाः2 लाख सीटों के लिए 5 लाख आवेदन,फीस के झटके के लिए रहें तैयार

राजधानी में विभिन्न स्कूलों की दो लाख सीटों के लिए पांच लाख से अधिक फार्म जमा होने के साथ ही नर्सरी दाखिले का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। अब लाखों अभिभावकों की निगाहें एक फरवरी को निकलने वाली पहली सूची पर टिक गई हैं। हालांकि कई स्कूल बीच में ही सूची जारी कर सकते हैं। नर्सरी दाखिले के फॉर्म को लेकर बीते 15 दिनों से चली आ रही गहमागहमी खत्म हो गई। सामान्य कोटे के लिए फॉर्म लेने और जमा करने का शनिवार को अंतिम दिन था। शनिवार तक स्कूलों में फार्म की बिक्री का आंकड़ा साढ़े पांच लाख से अधिक और जमा करने वालों का आंकड़ा पांच लाख पहुंचा। हालांकि ईडब्लूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) कोटे का फॉर्म मिलने और जमा करने की अंतिम तारीख 20 जनवरी है। वहीं कुछ स्कूलों में सोमवार तक फार्म जमा हो सकेंगे। अब अभिभावकों की निगाहें एक फरवरी को स्कूलों में जारी होने वाली लिस्ट पर होगी। ऑल दिल्ली पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन ने ईडब्लूएस कोटे में अभी भी फॉर्म दिए जा रहे हैं। बाल भारती पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल की मानें तो करीब 200 सीट के लिए अब तक चार हजार फॉर्म बिक चुके हैं। महावीर सीनियर मॉडल स्कूल में करीब एक हजार फॉर्मो की बिक्री हुई है। डीएवी मौसम विहार में करीब 700 फॉर्म बिके हैं।
उधर,नर्सरी दाखिले के तनाव से जूझ रहे अभिभावकों को डेढ़ महीने बाद यानी मार्च से बढ़ी हुई फीस के झटके के लिए भी तैयार रहना होगा। नर्सरी में दाखिले के लिए आ रहे अभिभावकों को यह जानकारी दी जा रही है। स्कूलों का कहना है कि 25 फीसदी गरीबी कोटा और बढ़ती महंगाई के चलते दस से तीस फीसदी तक फीस बढ़ोतरी की जाएगी। बीते कुछ महीने में दिल्ली में महंगाई चरम पर पहुंची है, इससे लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है। अभी लोग महंगाई से जूझ ही रहे थे कि स्कूलों के फीस बढ़ोतरी के फरमान ने अभिभावकों को खासा परेशान कर दिया है। दिल्ली पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन का कहना है कि चूंकि सरकार ने 25 फीसदी गरीबी कोटा लागू कर दिया है। इसलिए उसकी भरपाई के लिए मार्च से 30 फीसदी फीस बढ़ाने पर सहमति बन चुकी है। उनका यह भी कहना है कि जिस प्रकार महंगाई बढ़ी है, उससे भी यह जरूरी हो गया था। पेट्रोल-डीजल के दाम भी काफी बढ़े हैं, लिहाजा परिवहन का किराया भी बढ़ना तय है। अलग-अलग स्कूलों में फीस में 100 से 400 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है(दैनिक जागरण,दिल्ली,16.1.11)।

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