अगर आप सोचते हैं कि कोई एमबीए ही मोटी तनख्वाह पा सकता है, तो आप गलत भी हो सकते हैं। देश के टॉप कॉलेजों के ग्रैजुएट स्टूडेंट्स को भी अब मल्टीनैशनल कंपनियां हायर करने लगी हैं। कंपनियां इन ग्रैजुएट्स को भी इतनी सैलरी देने लगी हैं कि एमबीए भी शरमा जाए।
डॉयचे बैंक ने हाल ही में लेडी श्रीराम कॉलेज से बीए (ऑनर्स) इकनॉमिक्स में ग्रैजुएशन कर रही स्टूडेंट को सालाना 32 लाख रुपये की मोटी तनख्वाह पर हायर किया है। बैंक ने सिर्फ इसी कॉलेज के स्टूडेंट को ही मालामाल नहीं किया बल्कि श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के भी एक स्टूडेंट को इसी पैकेज पर हायर किया है। हालांकि कॉलेज ने टाइम्स ऑफ इंडिया से उन स्टूडेंट के नाम उजागर करने से मना कर दिया।
देश के इन नामी गिरामी कॉलेजों के ग्रैजुएट्स पर सिर्फ इसी बैंक की ही मेहरबानी नहीं रही बल्कि दूसरी कंपनियां भी मेहरबान हुई हैं। हाल ही में पार्थनन ग्रुप ने भी भारत में काम करने के लिए 25 लाख रुपये की सालाना पैकेज पर हायर किया जबकि मेल्टवॉटर ने भी एक स्टूडेंट को 18 रुपये सालाना सैलरी का ऑफर लेटर एक ग्रैजुएट स्टूडेंट के हाथ में थमाया है।
मुंबई के जयहिंद कॉलेज के एक स्टूडेंट को कैंपस प्लेसमेंट के दौरान 10 लाख रुपये सालाना पैकेज का ऑफर मिला। कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि हमारे कॉलेज के 70 स्टूडेंट्स को इस साल गूगल ने हायर किया है। मुंबई के ही सेंट जेवियर कॉलेज के टॉप 10 रैंकिंग वाले स्टूडेंट्स को बेन ऐंड मैक्किंसे ने 7.5 लाख से लेकर 9 लाख रुपये सलाना पैकेज का ऑफर लेटर दिया है। वहीं सिटी बैंक ने भी 3 ऐसे स्टूडेंट्स को 10 लाख का पैकेज दिया है जिन्हें दिल्ली में सिर्फ इंटरव्यू पास करना है। इन स्टूडेंट्स में अधिकतर इकनॉमिक्स में ग्रैजुएट है तो कुछ मैंनेजमेंट स्टडीज के छात्र हैं।
लब्बोलुआब यह कि मंदी का बादल छंटते ही कंपनियां एक बार फिर से स्टूडेंट्स पर मेहरबान हो गई हैं। इस बार उनका दायरा भी बढ़ा है जिसमें न केवल एमबीए के स्टूडेंट्स को जगह मिली है बल्कि नामी गिरामी कॉलेजों के ग्रेजुएट्स की भी पूछ बढ़ी है(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,20.1.11)।
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