मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

12 जनवरी 2011

फिरोजपुर के 45 स्कूलों में 4 साल से लटक रहा ताला

पंजाब के शिक्षा विभाग और जिला परिषद के अधिकारियों में तालमेल की कमी का खामियाजा मासूम बच्चे भुगत रहे हैं। परिषद के अधीन चल रहे 45 प्राइमरी स्कूल पिछले चार साल से बंद पड़े हैं। हैरानी की बात है कि दोनों विभागों के पास पड़ी बंद स्कूलों की सूची भी आपस में मेल नहीं खाती। फिरोजपुर जिले में चार साल पहले शिक्षा विभाग के 544 प्राइमरी स्कूलों को जिला परिषद के अधीन लाया गया था। इनमें से 45 स्कूल ऐसे हैं जिन्हें शुरुआती दौर में ही बंद कर दिया गया। इन्हें दोबारा शुरू करने के लिए गंभीर प्रयास भी नहीं किए गए। बंद स्कूलों में फिरोजपुर ब्लाक के 15, जीरा ब्लाक के12, ममदोट ब्लाक के 4, फाजिल्का तथा घल्लखुर्द ब्लाक के एक-एक स्कूल शामिल हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक चार वषरें में डायरेक्टर रूरल डेवलपमेंट एंड पंचायत (डीआरडीपी) से इन स्कूलों को दोबारा खोलने की मंजूरी लेने की कोशिश एक बार भी नहीं की गई। यहां पढ़ने वाले कई बच्चों ने या तो पड़ोसी गांव के स्कूलों में दाखिला ले लिया या फिर पढ़ाई छोड़ घर बैठ गए। पंजाब सरकार ने इन स्कूलों में अध्यापकों के 1233 पद मंजूर किए थे जिनमें से 129 पद अभी तक खाली हैं। ये वो पद हैं जो विभिन्न श्रेणियों के लिए आरक्षित रखे गए थे। इन्हें भरने के लिए भी अभी तक कोई कोशिश नहीं कीगई। स्थिति इतनी गंभीर है कि यदि किसी बंद स्कूल को शिक्षा विभाग के अधिकारी दोबारा चालू करते हैं तो उसकी जानकारी जिला परिषद कार्यालय के पास नहीं पहुंचती। जिला परिषद के कामकाज में राजनेताओं की दखलअंदाजी भी कम खलल नहीं डाल रही। ममदोट के पोजो के उताड़ गांव में जिला परिषद के तीन अध्यापक 162 बच्चों को पढ़ाते थे। एक-एक करके तीनों अध्यापकों ने यहां से अपना तबादला करवा लिया। अब बच्चों को पढ़ाने के लिए अस्थाई तौर पर दो शिक्षक तैनात किए गए हैं। इस बारे में जिला परिषद अध्यक्ष मनजीत कौर का कहना है कि बंद किए गए स्कूलों में कई ऐसे हैं जहां पहले से ही बच्चों की संख्या बहुत कम थी। स्कूल बंद होने के बाद सभी बच्चों को पड़ोसी गांव के स्कूल में दाखिल कर दिया गया(जुगनू हांडा,दैनिक जागरण,फिरोजपुर,राष्ट्रीय संस्करण,12.1.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।