यंग इंडिया फैलोशिप संस्थान ने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी (यूपेन) के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड अप्लायड साइंसेज के साथ गठजोड़ किया है जिसके तहत भारत के 50 प्रतिभावान युवाओं को हर साल छात्रवृत्ति दी जाएगी।
फैलोशिप (वाईआईएफ) के संस्थापक डीन डा प्रामथ राज सिन्हा ने बताया कि इस फैलोशिप के तहत युवाओं के एक साल का आवासीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह छात्रवृत्ति कार्य्रकम स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र तथा दो वर्ष से कम कार्यानुभव वाले स्नातकों के लिए है। इसमें इंजीनियर, वैज्ञानिक, एकाउंटेंट या वकील सहित वे युवा भी आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने इतिहास, समाजशास्त्र या साहित्य आदि में स्नातक डिग्री ली हो।
यंग इंडिया फैलोशिप के तहत कक्षाओं में नीतिशास्त्र, जैविक विज्ञान से लेकर जलवायु परिवर्तन तक के विविध विषय होंगे।
वाईआईएफ के संस्थापक डीन, आईएसबी और निदेषक डॉ़ प्रामथ राज सिन्हा ने वाईआईएफ का परिचय देते हुए कहा कि, ‘‘इस अनोखी पहल से देष के विभिन्न हिस्सों से 50 युवा लीडर एक साल के आवासीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए दिल्ली में एक साथ जुटेंगे। शीर्ष पंक्ति की वैश्विक फैकल्टी, जिसमें भारत के सबसे प्रसिद्घ इतिहासकार, एक पूर्व फॉच्यरून 500 सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी), एक गणित के गुरु व एक सफल उद्यमी सहित कई अन्य शामिल हैं। पाठ्यक्रम का उद्देष्य छात्रों के दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदलना और उन्हें अपना रास्ता स्वयं बनाने के लिए प्रेरित करना है। वे क्या हैं और अपनी जिन्द्गी में क्या कर रहे हैं, हम इन दोनों के बीच सामंजस्य बिठाना चाहते हैं। हालांकि हम इसे एक शैक्षिक कार्यक्रम कहते हैं लेकिन वास्तविकता में यह बहुत कुछ जीवन का अनुभव है।’’
यह छात्रवृत्ति कार्यक्रम स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्रों और दो वर्ष से कम कार्यानुभव वाले स्नातकों के लिए खुला है। सभी विषयों के छात्र इसमें आवेदन के पात्र हैं - इंजीनियर, वैज्ञानिक, एकाउंटेंट और वकील, यहां तक कि जिन्होंने इतिहास, समाजषास्त्र, साहित्य और अन्य किसी भी उदारवादी कला में स्नातक डिग्री ली हो आवेदन कर सकते हैं। आवेदन 24 जनवरी 2011 से खुले हैं। (अधिक जानकारी के लिए आवेदक www.youngindiafellowship.com पर क्लिक कर सकते हैं।) कक्षाएं 30 मई, 2011 से शुरू होंगी।
यंग इंडिया फेलोज के पहले बैच के हर छात्र को ट्यूशन की पूरी फीस, बोर्ड और रहने के लिए 8 लाख रुपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह छात्रवृत्ति प्रमुख पेशेवरों के समूह द्वारा दान दी गई है, जो देश का कर्ज लौटाना चाहते हैं और भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कुछ परिवर्तन लाना चाहते हैं। कार्यक्रम दिल्ली एनसीआर में स्थित गुडगांव में एक कार्यरत शैक्षिक कैंपस में आयोजित होगा। छात्रों के लिए कैंपस के पास ही पूरी सुविधाओं सहित रहने की व्यवस्था की गई है(हिंदुस्तान,दिल्ली,25.1.11)।
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