कड़ाके की ठंड की वजह से मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश भर के मीडिल स्कूलों में अवकाश की घोषणा का केंद्रीय विद्यालयों समेत कुछ निजी शैक्षणिक संस्थानों ने पालन नहीं किया। मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना पर कलेक्टरों ने सख्ती दिखाते हुए ऐसे स्कूलों पर शुक्रवार से नकेल कसने के संकेत दिए हैं।
ग्वालियर भोपाल समेत पूरे प्रदेश के केंद्रीय विद्यालयों ने छुंट्टी करने का आदेश नहीं माना । ग्वालियर में शक्ति नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक में जिला शिक्षा अधिकारी व अफसरों ने छापा मारा। विद्यालय में छात्र तो सुबह साढ़े छह बजे ही कड़ाके की ठंड में पहुंच गए थे, लेकिन स्कूल की प्राचार्य किरण डोढ़ी गायब थी। अंत में प्रशासन ने धारा 188 के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी, तब जाकर स्कूल की छुंट्टी 15 जनवरी तक की गई।
ग्वालियर में केंद्रीय विद्यालय संगठन के पांच स्कूल हैं। चूंकि इस समय शहर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसके कारण प्रशासन ने स्कूल का समय सुबह साढ़े दस बजे का कर दिया है, लेकिन केंद्रीय विद्यालयों ने इस आदेश को मानने से मना कर दिया और कहा कि उन पर कलेक्टर के आदेश लागू नहीं होते हैं। अब ठंड के चलते कक्षा आठ तक के बच्चों की 15 जनवरी तक छुंट्टी कर दी गई है, लेकिन केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्यो ने इस आदेश को मानने से मना कर दिया। इसके चलते गुरुवार को कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी मोहर सिंह सिकरवार ने केंद्रीय विद्यालय क्रमांक में जाकर जांच की। अल सुबह छोटे-छोटे बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल में दिखाई दिए। सुबह के समय कोहरा बहुत ज्यादा था और ठीक से दिखाई नहीं दे रहा था। सबसे मजेदार बात तो यह थी कि इसस्कूल की प्राचार्य किरण डोढ़ी स्वयं गायब थीं। उन्हें स्कूल में बुलाया गया, लेकिन वे इस आदेश को भी मानने के लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद शिक्षा अधिकारी सिकरवार ने उन्हें चेतावनी दी कि यदि उन्होंने आदेश नहीं मानकर स्कूल को बंद नहीं किया तो उनके खिलाफ धारा 188 के तहत वैधानिक कार्रवाई की जा सकती है। कार्रवाई की बात सुनकर प्राचार्य डोढ़ी ने केंद्रीय विद्यालय संगठन मुख्यालय में फोन से बात की। इसके बाद स्कूल बंद करने पर सहमति हो गई।
इसी तरह के हाल भोपाल, देवास, इंदौर के केंद्रीय विद्यालयों में भी देखने को मिले(दैनिक जागरण,भोपाल-ग्वालियर,7.1.11)।
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