मेडिकल ऑफिसर के इंटरव्यू में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच अब इंटरव्यू का रिजल्ट जारी होने के बाद की जाएगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने यह अहम फैसला किया है। ऐसा रोजाना अधिक अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने से कर्मचारियों की नाराजगी को देखते हुए किया गया है।
आयोग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मेडिकल ऑफिसर के 1214 पदों पर इंटरव्यू के लिए आयोग ढाई हजार से अधिक अभ्यर्थियों का बुला रहा है। इंटरव्यू 12 जनवरी से आरंभ हो रहे हैं। आयोग ने 3 बोर्ड गठित किए हैं।
एक बोर्ड में 12 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। यानि 40 अधिकारी और कर्मचारी तैनात होंगे। अब तक की परंपरा के मुताबिक इंटरव्यू से पूर्व अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच की जाती रही है। जांच संबंधी फाइल अध्यक्ष तक पहुंचती है।
कर्मचारियों को पात्रता की जांच में समय लगता है। चूंकि आयोग जल्द से जल्द इंटरव्यू समाप्त कर परिणाम जारी करना चाहता है इसीलिए ज्यादा अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। कर्मचारियों ने इसका विरोध किया था। उनका कहना था कि पात्रता की जांच में अधिक समय लगता है। लिहाजा आयोग ने यह तय किया है कि अब पात्रता की जांच रिजल्ट जारी करने के बाद की जाएगी।
"कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए आयोग सचिव ने यह व्यवस्था की है। इससे परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पात्रता की जांच बाद में की जाएगी। यह व्यवस्था सिर्फ मेडिकल ऑफिसर इंटरव्यू के लिए ही की गई है। अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेज तो लाने ही होंगे-"एसएन नवल,उपसचिव, आरपीएससी
(दैनिक भास्कर,अजमेर,10.1.11)
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