किसी भी ट्रस्ट को कॉलेज खोलने का लाइसेंस नहीं आसानी से नहीं मिल सकेगा। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद ही कॉलेज खोलने की अनुमति मिल सकेगी।
यह प्रस्ताव सोमवार को सुखाड़िया विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी की अध्यक्षता में हुई अकादमिक कौंसिल की बैठक में लिया गया। इस संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव बना कर भेजने की अनुशंषा की गई। विशेष चर्चा में कहा गया कि सामान्यतया यह पाया गया कि कई कॉलेज ऐसे हैं जो विश्वविद्यालय से संबंद्ध तो हैं, लेकिन उनके भवन ही नहीं है। ऐसे संस्थानों में शिक्षकों की कमी, लाइबेरी आदि का भी टोटा है।
28 फरवरी तक अगला पाठ्यक्रम: वर्ष 2011-12 का सिलेबस अब 28 फरवरी तक तैयार कर लिया जाएगा। सामान्यत: अगले वर्ष का सिलेबस जुलाई तक छात्रों के पास पहुंचता था।
30 छात्रों को पीएचडी: अकादमिक कौंसिल की बैठक में 31दिसंबर तक पीएचडी करने वाले 30 छात्रों को डिग्री अवार्ड करने की अनुशंषा की गई। इसके अलावा वर्ष 2009—10 में विभिन्न विषयों में स्नातक व स्नातकोत्तर उत्तीर्ण करने वाले छात्र—छात्राओं की भी डिग्री एप्रुव की गई। बैठक में पिछली अकादमिक कौंसिल की बैठक में लिए निर्णयों की भी अनुशंषा की गई। पुनमरूल्यांकन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। बैठक में कुलपति, रजिस्ट्रार सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे(दैनिक भास्कर,उदयपुर,11.1.11)।
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