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13 जनवरी 2011

जानें अपना रास्ता

कहते हैं, यदि आप यह नहीं जानते कि जाना कहां है, तब फिर हर रास्ता गलत होता है। किसी भी क्षेत्र के किसी भी सफल व्यक्ति का उदाहरण ले लें। आप पाएंगे कि हर सफल व्यक्ति एक विशेष दिशा पकड़ कर अपनी सारी ऊर्जा उसी ओर लगा देता है। अमिताभ बच्चन महान अभिनेता इसलिए हैं कि बहुत समय पहले उन्होंने तय कर लिया था कि सारी ऊर्जा अभिनय में ही लगानी है और इसी क्षेत्र में ऊंचाइयों को छूना है। जरा सोचिये कि यदि सचिन 6 महीने क्रिकेट, फिर 6 महीने फुटबॉल, फिर 6 महीने टेनिस खेलते और उसके बाद 6 महीने अभिनय करते और फिर अगले 6 महीने इंजीनियर बनने के लिए पढ़ते, तो वह आज क्या कर रहे होते!

हम सबके लिए यह सत्य है। हर व्यक्ति कुछ-न-कुछ विशेष प्रतिभा जरूर रखता है। भले ही आप खुद न जानते हों, पर एक-न-एक काम अवश्य ऐसा होता है जो आप बहुत अच्छा कर सकते हैं। सफल वही होता है जो अपनी विशेष प्रतिभा को पहचान कर उसे और परिष्कृत और पैना करे तथा उसी क्षेत्र में पूरे फोकस के साथ लगा रहे।
कई बार ऐसा होता है कि हम एक क्षेत्र चुनते हैं, पर उसमें कुछ कठिनाइयां आने पर उनका सामना करने के बजाय हम अपना क्षेत्र ही बदल देते हैं। यह सोच तमाम असफलताओं का कारण है। यदि अपने चुने हुए क्षेत्र में आपको कठिनाइयां आ रही हैं तो यह अच्छी बात है। इसका अर्थ सिर्फ इतना है कि अब आप सचमुच कुछ सीखना शुरू करेंगे। पर उसी समय यदि आप घबरा कर किसी दूसरे क्षेत्र की ओर चले जायें तो फिर आप सीख कुछ नहीं पाएंगे। इतना ही नहीं, आपके मन को पता रहता है कि कठिनाइयों से घबरा कर आपने रास्ता बदल दिया। इस कारण आपका आत्मविश्वास भी कम होता है। अपना क्षेत्र ध्यान से चुनें और फिर दृढ़ता के साथ लगे रहें, चाहे कितनी भी मुश्किलें आयें। उत्कृष्टता की यही कुंजी है, सफलता का यही मार्ग है(अमर उजाला,11.1.11)।

1 टिप्पणी:

  1. अपना क्षेत्र ध्यान से चुनें और फिर दृढ़ता के साथ लगे रहें, चाहे कितनी भी मुश्किलें आयें। उत्कृष्टता की यही कुंजी है, सफलता का यही मार्ग है
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    बहुत सही कहा है अमर उजाला ने!

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