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02 जनवरी 2011

यूपीपीसीएस में द्वितीय स्थान प्राप्त विवेक श्रीवास्तव से जानिए सफलता के गुर

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग - राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (यूपी पीसीएस-2008) परीक्षा में इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) के ममफोर्डगंज के रहने वाले विवेक श्रीवास्तव ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विवेक इलाहबाद के मोतीलाल नेहरू रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग कर चुके हैं। पीसीएस में यह उनका सातवां इंटरव्यू था और आखिरी प्रयास भी। इस बार उन्होंने बाजी मार ली। वर्तमान में वह इलाहाबाद में ही पब्लिक सर्विस कमीशन में क्लर्क के तौर पर काम कर रहे हैं। पेश हैं, उनसे हुई बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण अंशः

इंजीनियरिंग से इस क्षेत्र में कैसे आना हुआ?
दरअसल मेरे कुछ मित्र और सीनियर्स थे, जिन्होंने इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। इस परीक्षा को पास करने के बाद जो पद मिलता है, वह
काफी प्रतिष्ठा और जिम्मेदारी वाला होता है। इसीलिए मैंने इसका चयन किया।

परीक्षा की तैयारी कब से शुरू की और दिन में कितने घंटे पढ़ाई किया करते थे?
शुरू में सात से आठ घंटे पढ़ाई किया करता था, लेकिन जॉब लगने के बाद चार से पांच घंटे पढ़ा करता था। दरअसल समय काफी बीत चुका था, इसलिए इंजीनियरिंग फील्ड में मेरे मुताबिक जॉब मिलना मुश्किल था। इसलिए इलाहाबाद में ही पब्लिक सर्विस कमीशन में बतौर क्लर्क काम करने लगा और साथ-साथ तैयारी भी की।

आपके अंदर कोई बात, जिसने यह उपलब्धि पाने में अहम भूमिका अदा की?
मेरा मानना है कि इस उपलब्धि के पीछे मेरे धैर्य का हाथ रहा है। कई असफलताएं मिलने के बावजूद मैंने हिम्मत नहीं हारी और हर बार उतनी ही ऊर्जा और उत्साह के साथ प्रयास किया। जॉब के साथ पढ़ाई के लिए भी समय निकाला।

पीसीएस के अलावा और आप कौन-सी परीक्षाएं दिया करते थे?
मैंने यूपी-पीसीएस के अलावा यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा दी। दो बार इंटरव्यू तक भी पहुंचा। इसके अलावा एक बार झारखंड पीसीएस भी दिया था।

सामान्य अध्ययन के लिए अध्ययन सामग्री क्या रही?
जब पीसीएस में दोनों पेपर ऑब्जेक्टिव कर दिए गए, तो मैंने एनसीईआरटी बुक्स को बेस बनाया। इतिहास के लिए विपिन चंद्रा, संविधान के लिए डीडी बसु, इकोनॉमिक्स के लिए मिश्रा ऐंड पुरी, साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी के लिए स्पेक्ट्रम की किताबें पढ़ीं। रही बात रीजनिंग और मैथ्स की, तो मैं इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से था, तो इसको लेकर ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ी। अखबारों में दि हिंदू और टाइम्स ऑफ इंडिया व पत्रिकाओं में इंडिया टुडे, फ्रंटलाइन व मेनस्ट्रीम पढ़ी।


इंटरव्यू में आपसे क्या पूछा गया? इसकी तैयारी आपने किस तरह की?
इंटरव्यू के लिए मैंने ग्रुप स्टडी पर जोर दिया। हमारा चार से पांच दोस्तों का ग्रुप था। हम आपस में राजनीति, अर्थशास्त्र और समसामयिक मुद्दों पर चर्चा किया करते थे। 25 से 30 मिनट के इंटरव्यू में मुझे इस अभ्यास का खूब फायदा हुआ। इंटरव्यू के दौरान मुझसे ओबामा की भारत यात्रा, मनरेगा, भारत का संविधान, आधुनिक भारत से गांधी जी, आर्थिक सुधार और उत्तर प्रदेश की विभिन्न योजनाओं से संबंधित सवाल पूछे गए।

इस परीक्षा की तैयारी कर रहे अन्य छात्रों को क्या टिप्स देना चाहेंगे?
मैं यही कहना चाहूंगा कि हिम्मत के साथ पढ़ाई करें और तैयारी में ईमानदारी होनी चाहिए। हमेशा लक्ष्य पर नजर रखें।

(पंकज विजय,अमर उजाला,28.12.2010)

1 टिप्पणी:

  1. बहुत ही प्रेरणा देने वाली पोस्ट। छात्रों को इससे निश्चित ही मदद मिलेगी। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
    नए साल का पहला विचार

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