पटना विश्वविद्यालय में बीएड नामांक न का मामला अब हाईकोर्ट में पहुंच गया है । बीएड प्रवेश परीक्षा 2010 में उत्तीर्ण होने वाले एक छात्र सुजीत कु मार ने एक रिट याचिका दायर किया है । अधिवक्ता विनोद कुमार ने बताया कि बीएड में नामांक न के लिए 21 नवंबर को प्रवेश परीक्षा ली गई थी। उसमें सफ ल छात्रों में वैसे छात्र जो पटना विश्वविद्यालय से स्नातक या स्नातकोत्तर किए हों, उन्हें विश्वविद्यालय के 80 प्रतिशत आरक्षण की श्रेणी में माना जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। कहा कि याचिकाकर्ता को इस आधार पर नामांकन से वंचित कर दिया गया क्योंकि उन्होंने स्नातक की परीक्षा अन्य विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण की है जबकि विश्वविद्यालय की सूचना पुस्तिका में यह स्पष्ट किया गया है कि स्नातक या स्नातकोत्तर की परीक्षा पटना विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण क रने वालों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। चूंकि याचिकाकर्ता ने पटना विवि से स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की है इसलिए नामांक न से वंचित करना गलत है । याचिका में कुलपति, प्रति-कुलपति, रजिस्ट्रार तथा बीएड कालेजों के प्राचार्य को भी प्रतिवादी बनाया गया है।
उधर,पटना विश्वविद्यालय में बीएड कोर्स के नए सत्र की शुरुआत कल से होगी। पहली मेधा सूची के आधार पर छात्रछात्राओं का दाखिला सोमवार को समाप्त हो गया। वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में पहली मेधा सूची के आधार पर 90 छात्राओं को दाखिला हुआ। अभी 30 छात्राओं का दाखिला होना बाकी है। कॉलेज की प्राचार्य डा. मोनव्वर जहां ने बताया कि द्वितीय मेधा सूची शीघ्र प्रकाशित की जाएगी। इधर, पटना ट्रेनिंग कॉलेज में भी पहली मेधा सूची के आधार पर 65 छात्रों का दाखिला हुआ। शेष 25 छात्रों का दाखिला होना है। एनसीटीई के मापदंड के अनुसार, दो सौ दिन क्लास होना अनिवार्य है । दोनों कॉलेज के प्राचार्यों ने कहा कि हर हाल में कोर्स पूरा क राने का प्रयास किया जाएगा। एक स्ट्रा क्लास कराई जाएगी।
(हिंदुस्तान,पटना,11.1.11) ।
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