मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

11 जनवरी 2011

पटना विश्वविद्यालयःपैसा फेंको,कॉपी देखो

अगर आप अपने अंक से संतुष्ट नहीं हैं , तो चिंतित होने की जरूरत नहीं है। पटना विश्वविद्यालय छात्रों को परीक्षा की कॉपी देखने का मौका देगा। यह विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार होगा। छात्रों को किसी भी विषय की मूल कॉपी की छायाप्रति प्राप्त क रने के लिए एक हजार रुपए देने होंगे। रिजल्ट घोषित होने के एक माह बाद तक छात्र मूल कॉपी की छायाप्रति प्राप्त करने के लिए आवेदन जमा क रा सक ते हैं। इसके लिए छात्रों को संबंधित कॉलेज के प्राचार्य और विभाग के अध्यक्ष से हस्ताक्षर कराना अनिवार्य होगा। स्क्रूटनी कराने के लिए छात्रों को पूर्व की तरह ही प्रत्येक कॉपी के हिसाब से डेढ़ सौ रुपए देने होंगे। इसमें कोई परिवर्तन नहीं कि या गया है । जैसे ही विश्वविद्यालय के एके डमि काउं सिल, सिंडिकेट और सीनेट मंजूरी मिलेगी, यह प्रक्रिया शुरू जाएगी। हालांकि कु लपति डा. श्यालाल ने इस नई प्रक्रिया को हरी झंडी प्रदान कर दी है । परीक्षा नियंत्रक डा. डीएन शर्मा ने बताया कि इसकी प्रक्रिया पूरी हो गई है । सिर्फ मंजूरी मिलने की जरूरत है । 


अहम फैसला 
यह फै सला और पहले लेना चाहिए था। इससे छात्रों को खुद का आक लन क रने का मौका भी मिलता है। उसी आधार पर आगे की परीक्षा में और बेहतर करने का मौका मिलता है- डा.रणधीर सिंह , पूटा महासचिव 

फैसला अच्छा है। इससे परीक्षा विभाग की पारदार्शिता और बढ़ जाएगी। साथ ही शिक्षकों का दायित्य भी बढ़ जाएगा- डा. परिमल खान, साइंस कॉलेज 

इस फै सले से मूल्यांक न में होने वाली गड़बड़ी में क मी आएगी। प्रत्येक कॉपी की छायाप्रति का एक हजार रुपये नहीं लिये जाने चाहिए। छात्रों को थोड़ी रियायत देनी चाहिए-मार्कण्डेय पाठक , पीजी हिन्दी विभाग 

मूल्यांकन में अब गलती की संभावना बहुत कम हो जाएगी। छायाप्रति लेने के लिए राशि और कम होनी चाहिए-ज्योति कुमारी, पीजी इतिहास विभाग(हिंदुस्तान,पटना,11.1.11)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।