मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

29 जनवरी 2011

बोर्ड पैटर्न पर होंगी स्कूली परीक्षाएं भी

सीसीई प्रणाली के तहत नौंवी के साथ-साथ देशभर में पहली बार स्कूली स्तर पर होने जा रही दसवीं की परीक्षाओं के लिए पैटर्न सीबीएसई का चलेगा। स्कूली स्तर पर आयोजित होने वाली इन परीक्षाओं के लिए भले ही स्कूलों को प्रश्नपत्र बनाने और डेटशीट निर्धारित की करने की छूट दे दी गई है पर पैटर्न के मामले में सीबीएसई किसी तरह का कोई समझौता नहीं करने जा रही है।

सीबीएसई ने इसके लिए खासतौर पर स्कूलों सीडी में प्रश्नपत्रों के साथ बोर्ड पैटर्न भी भेजा है, जिसके आधार पर परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र तैयार करना होगा और इसकी जांच के लिए बोर्ड समूची प्रक्रिया पर बारीकी के साथ नजर रखने जा रहा है। स्कूलों को कहा गया है कि नौंवी व दसवीं के लिए बोर्ड की ओर से इस तरह से प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं जिससे कि परीक्षा में बोर्ड का स्तर बना रहे।

ऐसे में यदि स्कूल बोर्ड के ब्लू प्रिंट के आधार पर प्रश्न-पत्र तैयार करेंगे तो उन्हें प्रश्न-पत्र व मार्किग स्कीम बोर्ड को पहुंचानी होगी, जिसके आधार पर बोर्ड यह जांचेगा कि विभिन्न स्कूलों के प्रश्न-पत्रों में किसी प्रकार की कोई समानता तो नहीं है।

बोर्ड ने स्कूलों को भेजे गए दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि प्रश्नपत्रों के प्रारुप की सीडी के साथ-साथ मुख्य विषयों की मार्किग स्कीम की सीडी भी प्रत्येक स्कूल को समय से पहुंचाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि बीते साल अलग-अलग तिथियों पर कई स्कूलों में हुई नौंवी की परीक्षा के प्रश्नपत्रों में समानता देखने को मिली थी।

जिसे देखते हुए इस बार स्कूलों को कहा गया है कि बोर्ड कुछ स्कूलों की उत्तर पुस्तिकाओं की सैंपल चेक के जरिए इस बात की जांच करेगा कि परीक्षा बोर्ड के भेजे गए प्रश्नपत्रों के अनुसार ली जा रही है या नहीं साथ ही इस बात की भी पड़ताल होगी कि उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन बोर्ड की मार्किग स्कीम के आधार पर हुआ है या नहीं।

बोर्ड की ओर से स्कूलों को स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए स्कूल इन निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए प्रश्नपत्रों व मार्किग स्कीम के आधार पर ही परीक्षाएं आयोजित कराएं।मुख्य विषयों की मार्किग स्कीम के आधार पर बच्चों को ग्रेड दिए जाएं(दैनिक भास्कर,दिल्ली,29.1.11)।

अमर उजाला की रिपोर्टः
देश भर में कक्षा नौंवी और दसवीं के पेपर पूरी तरह से बोर्ड पैटर्न पर ही होंगे। सीबीएसई की ओर से स्कूलों के लिए तैयार की गई सीडी में क्वैंश्चन पेपर बैंक बोर्ड पैटर्न पर ही बनाया गया है। स्कूल को भेजे गए प्रारूप के मुताबिक परीक्षा आयोजित करवा रहे हैं या नहीं इसकी जांच की जाएगी। बोर्ड की मार्किंग स्कीम के अनुरूप ही शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं को जांचना होगा। बोर्ड ने स्कूलों को भेजे गए दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया है कि प्रश्न पत्रों के प्रारूप की सीडी के साथ-साथ मुख्य विषयों की मार्किंग स्कीम की सीडी भी प्रत्येक स्कूल को समय से पहुंचाई जाएगी।
स्कूलों को कहा गया है कि नौंवी और दसवीं के लिए बोर्ड की ओर से इस तरह से प्रश्न पत्र डिजाइन किए गए हैं जिससे कि परीक्षा में बोर्ड का स्तर बना रहे। यदि स्कूल बोर्ड के ब्लू प्रिंट के आधार पर प्रश्न-पत्र तैयार करेंगे तो उन्हें प्रश्न-पत्र और मार्किंग स्कीम बोर्ड को पहुंचानी होगी। जिसके आधार पर बोर्ड यह जांचेगा कि प्रश्नपत्रों में किसी प्रकार की कोई समानता तो नहीं है। उल्लेखनीय है कि बीते साल नौंवी के प्रश्न पत्रों में समानता देखने को मिली थी। स्कूलों को कहा गया है कि बोर्ड कुछ स्कूलों की उत्तर पुस्तिकाओं की सैंपल चेक के जरिए इसकी जांच करेगा कि परीक्षा बोर्ड के भेजे गए प्रश्न पत्रों के अनुसार ली जा रही है या नहीं, साथ ही इसकी भी पड़ताल होगी कि उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन बोर्ड की मार्किंग स्कीम के आधार पर हुआ है या नहीं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।