एमएमएच कॉलेज में कई कोर्स की फीस बढ़ने के विरोध में शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कॉलेज कैंपस में विरोध प्रदर्शन कर एक ज्ञापन यूनिवर्सिटी प्रशासन को सौंपा। कार्यकर्ताओं का कहना है कि कॉलेज में जो स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हैं उसमें अधिकांश मध्यम वर्ग के हैं। वह इतनी ज्यादा फीस नहीं दे सकते हैं लिहाजा फीस को कम किया जाए।
परिषद के महानगर मंत्री अभिषेक त्यागी ने बताया कि सीसीएस यूनिवर्सिटी ने कई कोर्स में फीस काफी बढ़ा दी है। यूनिवर्सिटी से संंबंधित प्रफेशनल कॉलेजों के कोर्स में तो इतनी ज्यादा फीस हो गई है कि एक सामान्य फैमिली उसे वहन नहीं कर सकती है। अगर एक घर से 2लोग प्रफेशनल कोर्स में एडमिशन लिए हुए हैं तो उनकी हालात ज्यादा खराब है। एक तरफ सरकार यह कहती है कि हायर एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए वहीं दूसरी ओर फीस को बढ़ाया जा रहा है। इस दोहरी नीति में छात्र बीच में पिस रहे हैं।
उन्हांेने कहा कि प्रफेशनल कोर्स स्टूडेंट्स इसलिए एडमिशन लेते हैं कि वह आगे अपना करियर बना सकें। अगर उनके साथ इस तरह की भेदभाव पूर्ण नीति अपनाई जाती है तो वह कैसे अच्छी एजुकेशन ले सकेंगे। वहीं कॉलेज आए दिन आर्थिक उत्पीड़न करने में लगे रहते हैं। किसी न किसी बात पर उनसे धन की मांग की जाती है। एक बार एडमिशन ले लेने के बाद स्टूडेंट्स उनकी हर मांग को पूरी करने को विवश रहते हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन को चाहिए कि वह फीस की बढ़ोतरी को वापस ले और कोशिश करे कि फीस का निर्धारण ऐसा किया जाए जिसे हर वर्ग उसे दे सके(नवभारत टाइम्स,गाजियाबाद,29.1.11)।
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