माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान बोर्ड की फ्लाइंग टीम ने शनिवार को जिले की दस स्कूलों पर छापे मारे। एक स्कूल की जब प्रैक्टिकल के दौरान स्कूल की मान्यता की जांच की गई तो टीम चौंक गई। स्कूल के पास 12वीं कक्षा तक की मान्यता ही नहीं है। जबकि एक स्कूल में प्रयोगशाला तक नहीं मिली, इसके बावजूद विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल से जुड़े सभी कार्य करवाए हुए थे।
जांच टीम ने इन स्कूलों की जांच रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भेज दी है। बोर्ड फ्लाइंग टीम के संयोजक पितराम गोदारा ने बताया कि हसामपुर की नेशनल पब्लिक उच्च माध्यमिक स्कूल में साइंस कक्षा में 78 विद्यार्थी हैं। इनको प्रैक्टिकल से संबंधित सभी कार्य करवाए गए हैं, लेकिन जब स्कूल की मान्यता की जांच की गई तो उनके पास 12वीं कक्षा तक की मान्यता तक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि यदुवंशी पब्लिक उमावि राजपुरा पाटन की जांच में पता चला कि उनके पास प्रयोगशाला तक नहीं है। जबकि बच्चों को प्रयोगशाला से संबंधित सभी कार्य करवाए गए हैं। ऐसे में जांच का विषय भी है कि बिना प्रयोगशाला व उपकरणों के विद्यार्थियों का प्रैक्टिकल का कार्य विद्यार्थियों को कैसे करवा दिया गया? जांच टीम के संयोजक ने बताया कि स्कूलों की जांच रिपोर्ट बोर्ड अध्यक्ष को भिजवा दी गई है। गौरतलब है कि फ्लाइंग टीम की जांच में लगातार स्कूलों में खामियां मिल रही है। इससे पहले 51 स्कूलों की जांच में 20 स्कूलों में भी खामियां मिल चुकी है(दैनिक भास्कर,सीकर ,३०.१.११)।
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