कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह ने कृषि महाविद्यालयों में कृषि आधारित विषयों में नामांकन नहीं होने पर चिंता जताते हुए कहा कि समस्या के समाधान के लिए अलग से परीक्षा आयोजित होगी। इसकी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उन्होंने विभाग की उपलब्धि की चर्चा करते हुए कहा कि नवम्बर-दिसंबर में अभियान के तहत किसानों को 1 लाख 85 हजार 72 कृषि यंत्र अनुदान पर दिए गए हैं। इसको प्रोत्साहन देने के लिए 4 से 10 मार्च तक पटना में कृषि यंत्रों का राष्ट्रीय मेला आयोजित होगा। कृषि मंत्री श्री सिंह ने विभाग के प्रधान सचिव एके सिन्हा व सचिव सीके अनिल की उपस्थिति में गुरुवार को प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कृषि महाविद्यालयों में नामांकन के लिए चयन होने के कारण सीटें रिक्त रह जाती हैं। इसके लिए ऐसे आवेदकों का चयन हो जाता है जिनकी इसमें रुचि नहीं रहती है। इसके कारण राजेन्द्र कृषि विवि ढोली स्थित कालेज के अलावा सबौर, डुमरांव व नालन्दा के उद्यान महाविद्यालयों में सीट नहीं भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षित वर्ग के कृषि स्नातक उपलब्ध नहीं होने के कारण विषय वस्तु विशेषज्ञों के 4,062 में 2,279 का ही नियोजन हो सका है। मंत्री के अनुसार पांच वर्षों में कृषि विभाग के योजना व्यय में 40 गुना वृद्धि हुई है(दैनिक जागरण,पटना,14.1.11)।
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