यूपी सरकार से मिलने वाली स्कॉलरशिप की लिस्ट में नाम न होने पर गुरुवार ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित प्रियदर्शनी कॉलेज के स्टूडेंट्स भड़क गए। उन्होंने कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की। जब स्टूडेंट्स का यह पता चला कि कॉलेज से उनका डेटा भेजा जा चुका है तो उन्होंने कलेक्ट्रेट में मामले की शिकायत डीएम से की। डीएम ने स्टूडेंट्स को जांच का आश्वासन दिया है।
मालूम हो कि यूपी सरकार एससी-एसटी, ओबीसी और जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देती है। कुछ दिन पहले ही शासन ने स्कॉलरशिप की किस्त जारी कर दी लेकिन प्रियदर्शनी कॉलेज के ओबीसी कैटिगरी के दर्जन भर बीटेक स्टूडेंट्स का नाम इंटरनेट पर लिस्ट में नहीं दिखा। स्टूडेंट्स का कहना है कि इस बारे में उन्होंने कॉलेज से जानकारी मांगी तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। स्टूडेंट्स को शक था कि कॉलेज प्रबंधन की ओर से उनका डेटा कल्याण विभाग को नहीं भेजा गया है। जानकारी न देने पर स्टूडेंट्स ने मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मामला जब कॉलेज के प्रिंसिपल तक पहुंचा तो उन्होंने स्टूडेंट्स को शांत कराया और रेकॉर्ड दिखाकर उन्हें संतुष्ट किया। रेकॉर्ड देखने के बाद स्टूडेंट्स कलेक्ट्रेट पहुंच गए और मामले की शिकायत डीएम दीपक अग्रवाल से की। डीएम ने स्टूडेंट्स को मामले की जांच कर स्कॉलरशिप दिलाने का आश्वासन दिया है(नवभारत टाइम्स,ग्रेटर नोएडा,14.1.11)।
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