नर्सरी एडमिशन के लिए प्राइवेट स्कूलों की एडमिशन लिस्ट आने का सिलसिला जारी हो गया है। अभी जिन स्कूलों की एडमिशन लिस्ट आ रही है, उनमें से हर स्कूल के अपने अलग नियम कायदे देखने को मिल रहे हैं और इससे पैरंट्स की परेशानियां बढ़ रही हैं। सबसे बड़ी समस्या फीस वापसी को लेकर है। दरअसल अधिकतर स्कूलों की लिस्ट 1 फरवरी या इसके बाद आनी है और इस समय जिन स्कूलों की लिस्ट आ रही है, वे पैरंट्स से चार से सात दिनों के भीतर फीस जमा करवाने को कह रहे हैं और एडमिशन कैंसल करवाने पर फीस वापस नहीं करने की शर्त भी है।
ऐसे में पैरंट्स परेशान हैं कि अगर वे फीस जमा कराते हैं और किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन हो जाता है तो हजारों रुपये बेकार चले जाएंगे। हालांकि नियमों के मुताबिक एक महीने के अंदर अगर कोई पैरंट्स एडमिशन कैंसल करवाता है तो उस स्कूल को फीस वापस करनी होती है।
वहीं पैरंट्स की यह भी शिकायत है कि कुछ स्कूल बिना पॉइंट बताए एडमिशन लिस्ट जारी कर रहे हैं। एक पैरेंट पवन अग्रवाल बताते हैं कि गीता कॉलोनी स्थित एक स्कूल द्वारा जारी की गई लिस्ट में यह नहीं बताया गया है कि बच्चे को कितने पॉइंट मिले हैं। साथ ही इस स्कूल ने कहा है कि अगर 24 जनवरी तक फीस जमा नहीं करवाई तो एडमिशन कैंसल हो जाएगा। एक एनजीओ के फाउंडर सुमित वोहरा का कहना है कि कई स्कूल बिना पॉइंट के लिस्ट दे रहे हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। वह कहते हैं कि स्कूल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं लेकिन शिक्षा निदेशालय कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
गौरतलब है कि हर स्कूल को अपनी लिस्ट में यह बताना होता है कि सिलेक्ट किए गए बच्चे को किस कैटिगरी में कितने पॉइंट मिले हैं। ताकि पैरंट्स को यह पता चल सके कि उनके बच्चे का एडमिशन किस बेस पर हुआ और किन कारणों से नहीं हुआ। निदेशालय के अधिकारियों का भी कहना है कि पॉइंट जारी करने होंगे(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,22.1.11)।
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