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28 जनवरी 2011

गढ़वाल विश्वविद्यालय की गलती का खामियाजा भुगतेंगे छात्र

गढ़वाल विश्वविद्यालय की गलती का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। विवि के स्थानीय कार्यालय में 24 जनवरी से प्राइवेट फार्म नहीं हैं। विवि के मुताबिक 29 जनवरी तक आवेदन पत्र आने की संभावना है। जबकि आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है। इसके बाद छात्रों को आवेदन पत्र जमा करने के लिए पांच सौ रुपये विलंब शुल्क देना होगा। ऐसे में साफ है कि सैकड़ों छात्रों को विवि की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसको लेकर छात्रों ने गुरुवार को सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जमकर हंगामा किया। गढ़वाल विवि के माध्यम से व्यक्तिगत परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र बीते कई दिनों से आवेदन पत्रों की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं, लेकिन विवि प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। गुरुवार को छात्रों ने तिलक रोड स्थित विवि के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में आवेदन पत्र उपलब्ध कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि आवेदन पत्र समाप्त होने के बाद दोबारा प्रकाशन के लिए आर्डर दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक आवेदन पत्र छप कर नहीं आ पाए। विवि प्रशासन का कहना है कि 29 जुलाई तक आवेदन पत्र पहुंच जाएंगे। तीस जनवरी को रविवार है और सोमवार को आवेदन पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि है। ऐसे में छात्रों बैंक ड्राफ्ट बनवाने और आवेदन पत्र भरकर जमा कराने के लिए केवल एक दिन मिलेगा। साफ है कि सैकड़ों छात्र आवेदन पत्र जमा कराने से वंचित रहेंगे, जिन्हें बाद में 500 रुपये विलंब शुल्क के साथ आवेदन पत्र जमा कराना होगा। छात्र नेता आदित्य चौहान ने कहा कि छात्रों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विवि से अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की गई है, अगर तिथि नहीं बढ़ाई जाती तो छात्रों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर छात्र नेता अनिल तोमर, आशीष बहुगुणा, अंशुल चावला समेत डोईवाला व देहरादून के सैकड़ों छात्र मौजूद थे। उधर, विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो. एलजे सिंह का कहना है कि विवि शुक्रवार तक आवेदन पत्र भेजने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने संभावना जताई की शनिवार से छात्रों को आवेदन पत्र मिल जाएंगे। तिथि बढ़ाए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि कुलपति से चर्चा के बाद ही इस मामले में कोई निर्णय लिया जा सकेगा(दैनिक जागरण,देहरादून,28.1.11)।

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