पांच माह बाद जारी राज्य ओपन स्कूल दसवीं के परीक्षा परिणाम देखने के लिए छात्र भटक रहे है। बावजूद इसके छात्रों की परेशानी की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। इधर जिन छात्रों ने 11वीं में अस्थाई प्रवेश ले लिया है अब उन्हें मार्कशीट जमा करना है अन्यथा वह परीक्षा में बैठ नहीं पायेंगे। अगस्त 2010 में संपन्न राज्य ओपन स्कूल की दसवीं की परीक्षा का परिणाम पांच माह बाद 20 जनवरी को घोषित किया गया था। परीक्षा में करीब 1 लाख 4 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। घोषित रिजल्ट में करीब 33 हजार छात्र पास हुए हंै। परिणाम राज्य ओपन की वेबसाइट पर देखना बताया गया था। 20 जनवरी से लगातार छात्र वेबसाइट खोलकर देख रहे, लेकिन साइट पर अभी तक परिणाम डाउनलोड ही नहीं किया गया है। इस संबंध में छात्रों ने राज्य ओपन मुख्यालय में भी गुहार लगाई पर वहां भी उन्हें रोल नंबर लेकर चलता किया जा रहा है। इससे छात्र परेशान हैं कि उनकी शिकायत मुख्यालय में ही नहीं सुनी जा रही है, तो अपनी व्यथा किसके पास रखे। छात्रों की परेशानी के बाद भी राज्य ओपन के अध्यक्ष राकेश बंसल ने अभी तक मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। ज्ञात है कि राज्य ओपन स्कूल की अगस्त 2010 में दसवीं-बारहवीं की परीक्षा संपन्न हुई थी। बारहवीं की परीक्षा परिणाम दिसंबर में घोषित किया गया था। इसमें कुछ विद्यार्थियों को परिणाम रोके भी गए थे। ओपन स्कूल द्वारा जिस फर्म को रिजल्ट बनाने का ठेका दिया था, उसकी गड़बडि़यों को कारण परीक्षा परिणाम में काफी भिन्नता थी। इसके चलते दसवीं का रिजल्ट भी रोक लिया गया। उक्त फर्म को ब्लैक लिस्ट करने के बाद ओपन स्कूल ने खुद ही परिणाम तैयार किए। जनवरी के पहले सप्ताह में बारहवीं का परिणाम घोषित किया गया। इसके बाद दसवीं के परिणाम में फर्म की गलती ठीक करने के करीब पांच माह बाद गुरुवार 20 जनवरी को दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया(दैनिक जागरण,भोपाल,28.1.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।