रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत एमबीए तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा गुरुवार को गोस्सनर कॉलेज केंद्र में हुई। सेल्स प्रमोशन एंड मैनेजमेंट की हुई परीक्षा में तृतीय सेमेस्टर की जगह चतुर्थ सेमेस्टर के एडवरटिजमेंट से प्रश्न पूछे गए। प्रश्नपत्र देखते ही स्टूडेंट भौचक रह गए।
खाली कॉपियां जमा कीं
परीक्षा केंद्र पर पहुंचे एमबीए के निदेशक डॉ. दास और वोकेशनल कोर्स के समन्वयक डॉ. मिश्र ने छात्रों से कहा कि वाकआउट करने पर उनकी परीक्षा दुबारा नहीं होगी, क्योंकि हाईकोर्ट ने यह निर्देश दिया है। एक घंटे के बाद छात्रों ने खाली कॉपियां ही जमा कर दीं।
विवि को सौंपा ज्ञापन
एमबीए के लगभग एक सौ प्रभावित छात्रों ने आरयू प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई है। छात्रों का कहना था कि सभी प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर के थे। इस मामले में विवि प्रशासन शीघ्र निर्णय ले।
निराश छात्रों ने किया हंगामा
प्रश्न पत्र देखते ही छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार नहीं थे। इसकी सूचना कॉलेज प्रबंधन द्वारा विवि प्रशासन को दी गई। विवि प्रशासन के निर्देश पर एमबीए के निदेशक डॉ. एलएन दास और वोकेशनल कोर्स के समन्वयक डॉ. अविनाशचंद्र मिश्र केंद्र पहुंचे और छात्रों को शांत कराया। हालांकि निदेशक डॉ. दास ने भी माना कि सिलेबस के अनुरूप प्रश्न नहीं पूछे गए थे।
मामला परीक्षा बोर्ड में रखा जाएगा
छात्रों की मांग जायज है। एमबीए की परीक्षा में पूछे गए प्रश्न पाठच्यक्रम से बाहर के हैं। गलती कैसे हुई, इसकी जांच की जा रही है। मामले को परीक्षा बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा।"
डॉ. वीपी शरण, प्रतिकुलपति, रांची विश्वविद्यालय(दैनिक भास्कर,रांची,21.1.11)
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