नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे फिजियोथेरेपिस्टों को जल्द ही राहत मिलने के आसार हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी नियुक्तियों की फाइल को फिर से वित्त विभाग के पास मंजूरी के लिए भेजा है। यदि विभाग से मंजूरी मिल जाती है तो 206 फिजियोथेरेपिस्टों को नौकरी मिल जाएगी। हालांकि इससे पहले से भी सरकार के पास नियुक्तियों के लिए फाइल पहुंची थी, लेकिन मामला कुछ लटक गया।
स्वास्थ्य मंत्री शाम लाल शर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया कि गैर कानूनी रूप से कोई भी काम नहीं किया जा सकता। फिजियो का यहां पर सब्जेक्ट नहीं है। लेकिन फिर भी सरकार इन फिजियोथेरेपिस्टों के साथ अन्याय नहीं करेगी। इनकी फाइल को फिर से सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। जल्द ही नियुक्ति संबंधी कोई फैसला आने की उम्मीद है। ये नियुक्तियां तीन श्रेणियों में की जाएंगी।
ज्ञात रहे कि राज्य में कुल तीन हजार बेरोजगार फिजियोथेरेपिस्ट हैं, जो 38 दिनों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही सरकार ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड के तहत नौ पोस्टें निकाली थी, जिन्हें फिजियोथेरेपिस्टों ने ठुकरा दिया था।
पूरी दुनिया नव वर्ष पर जश्न मनाने की तैयारी कर रही है, लेकिन 38 दिनों से नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे फिजियोथेरेपिस्ट जश्न नहीं मनाएंगे। उनके लिए 31 दिसंबर की शाम भी फीकी ही रहेगी। राज्य फिजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन के प्रधान विमल सिंह मन्हास ने कहा कि नए साल की खुशी कोई मायने नहीं रखता। क्योंकि उन्हें नौकरी के बदले पुलिस की लाठियां मिल रही हैं।
(दैनिक भास्कर,जम्मू,31.12.2010)
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