लंबे अरसे के बाद शिक्षा विभाग के टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का डाटा ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है। शिक्षा निदेशालय की तरफ से इस संबंध में सभी जिले के डीईओ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। विद्यालय के प्रधानों से 7 जनवरी तक प्रोफार्मा भरकर जमा कराने को कहा गया है।
फाइलों के झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए शिक्षा विभाग ने टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का डाटा आनलाइन करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निदेशालय की तरफ से एक प्रोफार्मा भेजा गया है। इस प्रोफार्मा में स्टाफ को सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी। टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ इस प्रोफार्मा को भरकर विद्यालय के प्रधान से सत्यापित कराएंगे। प्रोफार्मा डीईओ कार्यालय से शिक्षा निदेशालय को भेज दिया जाएगा। निदेशालय से जारी इस प्रोफार्मा में शिक्षा विभाग के टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ को सर्विस रिकार्ड, योग्यता, पारिवारिक विवरण, रिक्रूटमेंट की जानकारी, पोस्टिंग व मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है। विकलांग स्टाफ को प्रोफार्मा में विकलांगता का प्रतिशत भी अंकित करना होगा। सभी जिलों से डाटा एकत्र करने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय इसे निदेशालय को उपलब्ध करा देगा। शिक्षा निदेशालय की कंप्यूटरों में शिक्षा कर्मियों के इस डाटा को फीड कर दिया जाएगा। विभागीय कामकाज के दौरान जरूरत पड़ने पर एक क्लिक में किसी टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का डाटा आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी कमला मिड्ढ़ा का कहना है कि विभागीय कामकाज को सुगम बनाने के लिए निदेशालय की तरफ से प्रोफार्मा भरवाया जा रहा है। इससे कामकाज में पारदर्शिता व सहूलियत होगी। शिक्षा कर्मियों का डाटा अपडेट हो जाएगा। रिकार्ड में हेराफेरी की गुंजाइश नहीं होगी(अरविंद झा,दैनिक जागरण,पानीपत,7.1.11)।
अपडेट रखना भी जरूरी है
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