राज्य के उच्च विद्यालयों में नवनियु शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर स्कूल गंभीर नहीं है. स्कूल शिक्षकों के बारे में मांगी गयी जानकारी नहीं दे रहा है.
इससे वेतन भुगतान पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. शिक्षकों को अगस्त 2010 से वेतन नहीं मिला है. रांची जिले के स्कूलों से 20 दिसंबर को नवनियुक्त शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी गयी थी. इसके लिए स्कूलों को प्रपत्र उपलब्ध कराया गया था. आलम यह यह है कि 50 में से दर्जन भर स्कूलों ने ही शिक्षकों के बारे में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को जानकारी उपलब्ध करायी है.
दिसंबर में वेतन देना था
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षकों को दिसंबर माह के अंत तक हर हाल में वेतन भुगतान सुनिश्चित करने को कहा था. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा 16 दिसंबर को जारी पत्र में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि वह दिसंबर के अंत वेतन भुगतान कर दें. पर फिलहाल जो स्थिति है, उसमें फरवरी तक भी वेतन भुगतान होना संभव नहीं है
सत्यापन नहीं हुआ
नियमानुसार शिक्षकों की नियुक्ति के छह माह के अंदर उनके कागजात का सत्यापन हो जाना चाहिए था. बावजूद सत्यापन कार्य नहीं हुआ. इस कारण विशेष निर्देश के तहत माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने शपथ पत्र के आधार पर शिक्षकों के फरवरी 2011 तक के वेतन भुगतान का आदेश दिया था. ऐसे में अगर इस दौरान कार्रवाई पूरी नहीं हुई तो पत्र के आधार पर वेतन भुगतान नहीं हो सकेगा(प्रभात खबर,रांची,15.1.11).
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।