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26 जनवरी 2011

डीयूःसेमेस्टर पर वीसी लेंगे छात्रों की राय

डीयू में नए सेशन से ग्रैजुएशन के कॉमर्स व आर्ट कोर्सेज में भी सेमेस्टर सिस्टम को लागू करना है और इस स्कीम को लेकर पिछले साल जिस तरह से हंगामा हुआ था, उसे देखते हुए अब यूनिवर्सिटी हर कदम सोच समझकर उठा रही है। वाइस चांसलर प्रो. दिनेश सिंह ने पहल करते हुए हर कॉलेज के स्टूडेंट्स व टीचर्स इंचार्ज से मिलने का फैसला किया है ताकि सेमेस्टर समेत कॉलेज व यूनिवर्सिटी से जुडे़ दूसरे मसलों पर भी उनसे बात की जा सके। डीन ऑफ कॉलेजिज की ओर से कॉलेज प्रिंसिपलों को भेजे गए लेटर में कहा गया है कि वीसी कॉलेज स्टूडेंट्स व टीचर्स से मिलना चाहते हैं। हालांकि मीटिंग का अजेंडा नहीं बताया गया है लेकिन यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि मीटिंग में सेमेस्टर के मसले पर भी बात होगी। कॉलेजों के प्रिंसिपल भी मीटिंग में मौजूद रहेंगे।


जानकारी के मुताबिक 31 जनवरी को वीसी नॉर्थ कैंपस में कॉलेज स्टूडेंट्स से मिलेंगे। हर कॉलेज से 30 स्टूडेंट्स को आमंत्रित किया गया है। हर स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को बुलाया गया है और फर्स्ट, सेकंड व थर्ड तीनों साल के स्टूडेंट्स मीटिंग में होंगे। यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम में होने वाली इस मीटिंग के जरिए वीसी स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी के अजेंडे के बारे में भी बताएंगे और नये कदमों की जानकारी भी स्टूडेंट्स को दी जाएगी। यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि वीसी ने नई पहल की है ताकि स्टूडेंट्स को अगर कोई समस्या है तो वे सीधे वीसी से कह सकते हैं। इसके अलावा कॉलेज में सुधार के लिए यूनिवर्सिटी क्या कर सकती है, इस बारे में भी स्टूडेंट्स की राय ली जाएगी। कॉलेज प्रिंसिपलों को 30 स्टूडेंट्स की लिस्ट भेजने को कहा गया है। 

इसके बाद 1 फरवरी को वीसी हर कॉलेज के टीचर्स इंचार्ज से मिलेंगे। कॉलेज में हर डिपार्टमेंट के टीचर इंचार्ज को बुलाया गया है। टीचर्स इंचार्ज से मीटिंग के दौरान भी सेमेस्टर पर चर्चा जरूर होगी। सूत्रों का कहना है कि इस साल कॉमर्स व आर्ट्स के कोर्सेज में सेमेस्टर लागू होना है और वीसी चाहते हैं कि टीचर्स की राय भी ली जाए और सिलेबस तैयार करते समय उनके सुझावों पर भी गौर किया जाए। कॉलेज के प्रिंसिपलों का कहना है कि यह अच्छा कदम है। स्टूडेंट्स व टीचर्स वीसी से बात करेंगे। प्रिंसिपलों के मुताबिक कॉलेजों में इन्फ्रास्ट्रक्चर की समस्या है और किसी भी बदलाव को लाने से पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार पर खास ध्यान दिया जाना चाहिए(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,26.1.11)।

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