झारखंड हाईकोर्ट ने बीआईटी, सिंदरी में शिक्षकों की नियुक्ति मामले में अंतिम निर्णय आने तक अभ्यर्थियों के परिणाम स्थगित रखने का आदेश दिया है।
63 पद हैं खाली
बीआईटी, सिंदरी में 63 पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना भेजी गई थी। इसमें 22 प्रोफेसर, 29 रीडर और लेक्चरर के 12 पद शामिल हैं। जेपीएससी कार्यालय में नियुक्ति के लिए 22 से 25 दिसंबर तक हुए साक्षात्कार में कई अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित
बीआईटी, सिंदरी में शिक्षकों की कमी है। इसका सीधा असर पढ़ाई पर पड़ रहा है। तीन साल पहले सरकार के माध्यम से जेपीएससी को नियुक्ति के लिए अधियाचना भेजी गई थी, जो आज तक नहीं हुई है।
क्या है मामला
जेपीएससी ने वर्ष 2007 में बीआईटी, सिंदरी में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था। तीन साल बाद यानी 22 दिसंबर 2010 से साक्षात्कार लेने की घोषणा की। इसी बीच दो अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए, उनका कहना था जब जेपीएससी ने वर्ष 2007 में विज्ञापन जारी किया गया था, उस समय विज्ञापित पदों के लिए निर्धारित योग्यता नहीं थी।
अब तीन साल बाद साक्षात्कार हो रहा है, तब पद के अनुसार निर्धारित अर्हता उनके पास है। ऐसी स्थिति में उन्हें भी जेपीएससी के साक्षात्कार में शामिल होने का आदेश दिया जाए। इसके बाद हाईकोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में उक्त दोनों अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल करने का आदेश जेपीएससी को दिया। साथ ही अंतिम निर्णय आने तक परिणाम स्थगित रखने का आदेश दिया। हाईकोर्ट के आदेशानुसार दोनों अभ्यर्थियों को जेपीएससी के साक्षात्कार में शामिल भी किया गया।
दो विषयों के साक्षात्कार नहीं हुए
झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा बीआईटी, सिंदरी में नियुक्ति के लिए विज्ञापित दो विषयों का साक्षात्कार अभी तक नहीं हुआ है। इसमें टेली कम्युनिकेशन और एलेक्ट्रॉनिक्स विषय शामिल हैं। जबकि इन दोनों विषयों में अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए आवेदनों की स्क्रूटनी कर ली गई है।
अंतिम निर्णय का है इंतजार
हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश मिलने पर दो अभ्यर्थियों को बीआईटी, सिंदरी के शिक्षक नियुक्ति साक्षात्कार में शामिल किया गया था। इस मामले में अंतिम निर्णय आने तक परिणाम स्थगित रखने का आदेश दिया गया है।
सजीव लोचन, सचिव, जेपीएससी(राकेश,दैनिक भास्कर,रांची,28.1.11)
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