डॉ. सत्य नारायण सिंह, हिन्दी विभाग। सेवा निवृत्ति होगी तीस जून 2011 को। डॉ. राजदेव राजभर, राजनीति शास्त्र विभाग। तीस जून 2011 को सेवानिवृत्त होंगे। यह सूची लंबी है। फिलहाल, यह सभी अपने अपने पदों पर कार्यरत हैं। यह सत्रलाभ में नहीं चल रहे हैं वरन मूल नौकरी ही जारी है। इसके बावजूद इन सबके पदों को रिक्त बताते हुए इन पर नए शिक्षकों के चयन के लिए पद महीनों पहले ही विज्ञापित किए जा चुके हैं। यह महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ है। यहां नियुक्ति व पदोन्नति के नाम पर जमकर खेल खेला जा रहा है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन नए शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर खासी हड़बड़ी में है। यहां कार्यरत शिक्षकों के पदों पर भी नए चयन की प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया गया है। ऐसे शिक्षक जो अभी अपनी सेवामें तैनात हैं। नियमत: सत्र के बीच में सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को सत्रलाभ मिलता है और वह अपने पद पर 30 जून तक कार्यरत रहता है। इस बीच नए चयन के लिए पर्याप्त समय रहता है। इसके बावजूद विद्यापीठ में तो उन शिक्षकों के पदों को भी विज्ञापित कर आवेदन मांग लिए गए हैं, जिन्हें अभी सेवानिवृत्त होना बाकी है(दैनिक जागरँण,वाराणसी,21.1.11)।
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