बिहार मदरसा बोर्ड के छात्रों के लिए खुशखबरी! बोर्ड की डिग्री अब देशभर में मान्य हो गई है । अब उन्हें बोर्ड से फौकानिया (मैट्रिक ) या मौलवी (इंटर) परीक्षा पास क रने के बाद उच्च शिक्षा के लिए डिग्री लेकर भटक ना नहीं पड़े गा। न ही इन परीक्षाओं के प्रमाणपत्रों पर मिली केन्द्र या राज्य सरकार नौकरियों पर सवाल उठाए जाएंगे। दरअसल काउंसिल ऑफ बोर्ड ऑफ स्कू ल एजुके शन (कॉब्स) ने बिहार मदरसा एजुके शन बोर्ड को मान्यता दे दी है। ऐसा होने से बिहार के लाखों मदरसा छात्रों को फायदा होगा। बिहार में फिलहाल 1127 ऐसे मदरसे हैं जो बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं । इन मदरसों के शिक्षकों का वेतन राज्य सरकार भुगतान क रती है । पहले बिहार मदरसा बोर्ड से मिली फौकानिया या मौलवी की डिग्रियों को देशभर के संस्थानों को मान्यता देने या न देने का अधिकार उन्हें प्राप्त था। संस्थान की मर्जी पर ही निर्भर था कि इन डिग्रियों पर वह उच्च शिक्षा के लिए दाखिला ले या न लें। इससे छात्रों की परे शानी बढ़ गई थी। हालांकि बिहार में ऐसी बात नहीं थी। यही नहीं अगर कोई मदरसा का छात्र केन्द्र या बिहार छोड़कर अन्य राज्यों में फौकानिया या मौलवी की डिग्री पर नौकरी हासिल करता तो उन्हें योगदान क रने में भारी मुसीबतों का सामना क रना पड़ता था। उनके प्रमाणपत्र के सत्यापन को लेकर भी क ई सवाल खड़े कि ए जाते थे पर अब ऐसा नहीं होगा। जो भी छात्र देश में कहीं भी मदरसा की डिग्रियों को लेक र जाएंगे उन्हें मान्यता देनी होगी।
सरकार की पहल से ही यह संभव हुआ है । बोर्ड को कॉब्स से मान्यता मिलने से लाखों छात्रों को फायदा होगा। देशभर में छात्र क हीं भी डिग्रियों का उपयोग कर सकते हैं । चाहे उच्च शिक्षा हासिल करना हो या फिर नौकरी के लिए-मौलाना एजाज अहमद, चेयरमैन बिहार मदरसा एजुकेशन बोर्ड(मो. सिकंदर,हिंदुस्तान,दिल्ली,20.1.11)
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