दिल्ली चुनाव आयोग राजधानी में सभी युवाओं (18 से 20 वर्ष की उम्र) को वोटर बनाकर चुनाव प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहता है। इनके मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए कालेज एवं स्कूल में दाखिला फार्म भरने के साथ ही फार्म भरवा दिया जाएगा। इसके लिए स्कूल-कालेज, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग एवं शिक्षा से जुड़े सभी क्षेत्रों के संस्थानों की मदद ली जाएगी। यह व्यवस्था होने से निर्वाचन आयोग को भटकना नहीं पड़ेगा और एक ही जगह इकट्ठा कार्ड जारी हो जाएंगे, क्योंकि 60 फीसदी वोटर स्कूल एवं कालेज से ही निकलते हैं।
दिल्ली की मुख्य चुनाव अधिकारी रीना रे का कहना है कि राजधानी के 1.8 लाख युवा ऐसे हैं जो 18 वर्ष के आसपास के हैं और स्कूलों से जुड़े हैं। इन्हें इस वर्ष चुनावी प्रक्रिया से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है। बकौल रीना रे, सीबीएसई, आइसीएसई, दिल्ली एजुकेशन बोर्ड जैसे शैक्षणिक संस्थानों में 12वीं का फार्म भरने के साथ मतदाता कार्ड के फार्म भरवाए जाएंगे।
दिल्ली में करीब 111.14 लाख मतदाता हैं। इसमें 62.10 लाख पुरुष एवं 29.94 लाख महिला हैं। इस वर्ष 2.20 लाख नए वोटर जुड़े हैं, जिसमें 60 फीसदी युवा हैं। वहीं, फार्म-7 के जरिये 9 हजार नाम काटे गए हैं। करीब 94.25 फीसदी लोगों को पहचान पत्र जारी कर दिया गया है(दैनिक जागरण संवाददाता,दिल्ली,6.1.11)।
ये बहुत अच्छी पहल है, वर्ना पढाई खतम हो जाती है लोग नौकरी में आ जाते हैं, पर उनका वोटर कार्ड ही नहीं होता।
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