प्रत्येक साल मेहमानवाजी उद्योग को 2.3 लाख निपुण पेशेवरों की ज़रूरत रहती है। वर्तमान में करीब साढ़े सात लाख लोग इस इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं और अनुमान है कि 2020 तक हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 3.5 लाख लोग काम कर रहे होंगे। ये इस ओर इशारा करते हैं कि आने वाले दिनों में देश में होटल प्रोफेशन से जुड़े लोगों की जबरदस्त मांग होगी। एशिया प्रशांत क्षेत्र में होटल इंडस्ट्री के विकास के मामले में भारत का नंबर चीन के बाद दूसरा है। वल्र्ड टूरिज्म काउंसिल यह भी दावा करता है कि यह 25 फीसदी की दर से वृद्धि कर रहा है। इन बातों के आईने में यह साफ नजर आता है कि होटल मैनेजमेंट पाठ्यक्रम करके इस क्षेत्र में करिअर बनाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
योग्यता
यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें करियर के रास्ते 10वीं के बाद खुल जाते हैं। वहीं 12वीं के बाद डिग्री या डिप्लोमा में दाखिला ले सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद एमएससी/एम इन होटल मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कर करियर को नई ऊंचाई दे सकते हैं।
कौन-कौन से हैं कोर्स?
आईटीआई इन होटल मैनेजमेंट, इंटरनेशनल डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, एडवांस्ड डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, एमएससी इन होटल मैनेजमेंट, एमबीए इन होटल मैनेजमेंट, बीबीए इन होटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स हैं। इस कोर्स की अवधि 1 साल से लेकर 3 साल तक है। इसके अलावा कई तरह के स्पेशलाइज्ड कोर्सेज और शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी उपलब्ध हैं।
होटल इंडस्ट्री में कैसा काम-
होटल इंडस्ट्री में बतौर प्रशिक्षु से लेकर प्रबंधक तक न जाने कितने अवसर हैं जहां से अपने करिअर की राहें आसानी से तय की जा सकती हैं – जैसे प्रबंधक, फ्रंट ऑफिस/रिसेप्शनिस्ट, फूड एंड बेवरेज, हाउसकीपिंग/बुक कीपिंग, काउंटर सर्विस, मार्केटिंग विभाग वगैरह- वगैरह।
ट्रेनिंग कहां से लें?
होटल मैनेजमेंट में करिअर बनाने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर पीजी कोर्स तक उपलब्ध है। होटल मैनेजमेंट कोर्स कराने वाले सरकारी संस्थान भी हैं और निजी संस्थान भी। सरकारी संस्थानों में स्टूडेंट संयुक्त प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला लेते हैं और निजी संस्थानों में साक्षात्कार व प्रतिशत के आधार पर। लक्ष्य भारती इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के डायरेक्टर कमल कुमार के मुताबिक निजी संस्थानों में दाखिला लेने से पहले संस्थान का चयन सांच समझकर करें। वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर का मुआयना कर लें। जो सब्जबाग दिखा रहे हैं क्या उसे पूरा भी कर रहे हैं या नहीं। उनके यहां प्लेसमेंट कितना है, वगैरह- वगैरह।
अवसर कहां कहां हैं?
एआईएचएम इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, आगरा के डायरेक्टर विनीत सिंह कहते हैं कि होटल मैनेजमेंट पाठ्यक्रम करने वालों के लिए कई विकल्प मौजूद हैं जिनमें वे करियर बना सकते हैं। रिसॉर्ट से लेकर फाइव स्टार होटलों तक हर राज्य के पर्यटन विभाग से लेकर एविएशन तक अनगिनत जॉब हैं ही, फास्ट फूड चेन (मेकडोनाल्ड, पिज्जा हट), रेलवे, बैंक या बड़े संस्थानों में कैटरिंग या कैंटीन, एयरलाइंस, हॉस्पिटल, मॉल, मल्टीप्लेक्स, हेल्थ क्लब जैसी जगहों पर रोजगार पा सकते हैं।
आमदनी
पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद नौकरी के तमाम अवसर हैं जिनमें अपनी रुचि और दक्षता के आधार पर करिअर बनाया जा सकता है। इनमें शुरुआती स्तर पर 12 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक का वजीफा मिलता है। प्रशिक्षण हासिल करने के बाद नियमित नौकरी मिल सकती है। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है वेतन में भी बढ़ोतरी होती रहती है।
प्रमुख संस्थान
1. नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी, लाइब्रेरी एवेन्यू, पूसा कॉम्पलेक्स, नई दिल्ली।
2. लक्ष्य भारती इंस्टीटयूट ऑफ इंटरनेशनल होटल मैनेजमेंट, बी-98, पुष्पांजलि एन्क्लेव, पीतमपुरा, दिल्ली(फजल गुफरान,दैनिक ट्रिब्यून,5.1.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।