राजधानी में जारी नर्सरी की दाखिला प्रक्रिया में स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आखिरकार शिक्षा निदेशालय ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एक से 15 जनवरी के बीच अंजाम दी जाने वाली आवेदन प्रक्रिया के तहत स्कूलों की ओर से निर्धारित तिथि और पहले आओ पहले पाओ के फॉमूले पर कड़ा रवैया आपनाते हुए शिक्षा निदेशालय ने साफ कर दिया है कि आवेदन प्रक्रिया के तहत आगामी 15 जनवरी तक अभिभावकों को फॉर्म उपलब्ध करा दिए जाएं।
इसके साथ ही, शिक्षा निदेशालय ने चेतावनी दी है कि इसका पालन नहीं करने वाले स्कूल की समूची दाखिला प्रक्रिया को ही रद्द कर दिया जाएगा।
अस्सिटेंट डॉयरेक्टर ऑफ एजुकेशन की ओर से पब्लिक स्कूलों को जारी इस फरमान में साफ किया गया है कि निदेशालय की ओर से घोषित दाखिला कार्यक्रम के तहत स्कूलों को 15 जनवरी तक आवेदन प्रक्रिया अंजाम देने के लिए कहा गया था, लेकिन स्कूल अपनी-अपनी तरह से इसका पालन करने से बच रहे हैं। निदेशालय की ओर से जारी आदेश में खासतौर पर कुछ स्कूलों की पहले आओ पहले पाओ की नीति पर ऐतराज जताया गया है।
निदेशालय की ओर से जारी जानकारी के अनुसार स्कूलों को आवेदन फॉर्म आगामी 15 जनवरी तक उपलब्ध कराने होंगे। इतना ही नहीं, अभिभावकों की सहूलियत को देखते हुए निदेशालय ने स्कूलों को सुझाव दिया है कि वे अपने आवेदन फॉर्म वेबसाइट पर उपलब्ध कराएं, ताकि अभिभावक उन्हें डाउनलोड कर आवेदन कर सकें।
निदेशालय के इस फरमान से राजधानी के उन स्कूलों को करार झटका लगा है जो अपनी तरह से आवेदन प्रक्रिया को अंजाम दे रहे थे। इनमें सबसे बड़ा झटका कैलाश कॉलोनी के समरफील्ड स्कूल को लगा है जो पहले आओ पहले पाओं की नीति पर इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा था। इसी तरह, इस फरमान के बाद पांच जनवरी यानी, बुधवार को आवेदन प्रक्रिया बंद कर रहे फेथ अकेडमी स्कूल प्रसाद नगर, स्प्रिंगडेल्स स्कूल पूसारोड व कीर्ति नगर (जहां आवेदन फॉर्म तीन से 10 जनवरी तक उपलब्ध थे) को अपनी प्रक्रिया में बदलाव करना होगा।
इस बाबत जब स्प्रिंगडेल्स स्कूल, पूसा रोड की प्रिंसिपल अमिता मूला वॉटल से पूछा गया तो उनका कहना था कि यदि निदेशालय की ओर से दाखिला प्रक्रिया को लेकर कोई आदेश दिया गया है तो उसे स्कूल पहुंचते ही लागू कर दिया जाएगा। स्कूलों की ओर से आवेदन प्रक्रिया को लेकर जारी मनमानी पर निदेशालय की ओर से आए इस फरमान के बाद कहीं न कहीं उन अभिभावकों के लिए राहत का मार्ग प्रशस्त हुआ है जो स्कूलों की अलग-अलग तिथियों को लेकर परेशान थे(दैनिक भास्कर,दिल्ली,5.1.11)।
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