जिन स्टूडेंट्स का एकेडमिक रिकॉर्ड अच्छा है उन्हें अब सिर्फ इंटरव्यू देकर जॉब मिल सकेगा। शहर के बीई और एमबीए के अच्छे कॉलेजों को प्लेसमेंट कंपनियों ने बिना लिखित टेस्ट के स्टूडेंट्स को सीधे इंटरव्यू से जॉब देने की इच्छा जाहिर की है।
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में स्टूडेंट्स नहीं मिल पाने के कारण कंपनियों ने अपने ही नियम तोड़ दिए हैं। ग्रेजुएशन में 90 फीसदी से ज्यादा मार्क्स लाने वाले स्टूडेंट्स को अब बगैर कोई लिखित टेस्ट दिए सीधे जॉब का मौका मिलेगा। अब तक कंपनियां स्टूडेंट्स का लिखित टेस्ट भी लेते रहे हैं। हाल ही में कंपनियों ने कॉलेजों से बीएससी कम्प्यूटर साइंस एप्लिकेशन के 500 स्टूडेंट्स की मांग भी की है जिनकी पूर्ति करना कॉलेजों के लिए संभव नहीं हो रहा।
बीएससी, एमएससी की भी मांग
बीई और एमबीए के अच्छे स्टूडेंट्स की कंपनियों में हमेशा जरूरत रही है। यही वजह है कि कुछ कंपनियों ने वार्षिक औसत पैकेज में इस वर्ष बढ़ोतरी की है। इसमें जिन कंपनियों का शुरुआती ऑफर 3.20 लाख था वह अब 3.70 हो गया है। आईटी के साथ कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने भी पिछले साल की तुलना में पैकेज थोड़ा बढ़ा दिया है। खास बात यह है कि बीएससी और एमएससी की डिमांड भी ज्यादा है, इनका वाषिर्क पैकेज भी करीब दो लाख के आसपास पहुंच चुका है।
ओपन कैम्पस जून में
जो स्टूडेंट्स कॉलेज से पासआउट हो चुके हैं उन्हें भी इस बार चिंता करने की जरूरत नहीं। कॉलेजों के आधार पर प्लेसमेंट होने के बाद डिमांड पूरी करने के लिए कंपनियां ओपन कैम्पस करेंगी। कंपनियों के अनुसार मई-जून में हजारों स्टूडेंट्स को कई तरह के जॉब देंगे। अभी तक साल में एक-दो ही बड़े ओपन कैम्पस होते थे लेकिन चार बड़ी कंपनियों ने इसे आयोजित करने के लिए कुछ कॉलेजों से जगह की मांग की है।
कंप्यूटर साइंस वालों को प्राथमिकता
इंजीनियरिंग क्षेत्र को जल्दी समझने के लिए अन्य कोर्सेस के मुकाबले बीएससी वाले बेहतर होते हैं। प्लेसमेंट अधिकारी अतुल एन भारत का कहना है मैथ्स और साइंस विषय होने से स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग और बीएससी कम्प्यूटर साइंस वालों को आईटी सेक्टर में ले सकते है।
एक साल बाद दोगुना हुआ पैकेज
हर वर्ष कंपनियां सबसे पहले देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी और एसजीएसआईटीएस में दस्तक देती हैं। दिसंबर तक इन्हीं संस्थानों के डिपार्टमेंट्स में प्लेसमेंट का दौर चलता रहा लेकिन जनवरी से शहर के अच्छे निजी संस्थानों में कई कंपनियों ने आना शुरू कर दिया है। अच्छे स्टूडेंट्स को जॉब ऑफर देने के लिए इन संस्थानों से पहले आओ पहले पाओ की नीति भी अपना ली है। लिखित टेस्ट में छूट मिलने का कारण भी यही माना जा रहा है। यूनिवर्सिटी और एसजीएसआईटीएस से पिछले साल प्लेसमेंट में निकले स्टूडेंट्स का पैकेज भी एक साल बाद 3.50 से बढ़कर 7 लाख वार्षिक कर दिया गया है।
पहली बार आई एयरलायंस
होलकर साइंस कॉलेज में पहली बार शुक्रवार को एक एयरलायंस कंपनी प्लेसमेंट के लिए आई। इसमें करीब 250 स्टूडेंट शामिल हुए। प्रिंसिपल डॉ. एस.एल. गर्ग ने बताया ज्यादातर कंपनियां इस समय ग्रेजुएट स्टूडेंट्स की तलाश में है। ऐसा इसलिए क्योंकि बीएससी वालों को कंपनियां अपने अनुसार ढाल लेती हैं।
आगे क्या?
यूनिवर्सिटी और एसजीएसआईटीएस के बाद इस समय अच्छे निजी कॉलेजों के स्टूडेंट्स का चयन हो रहा है। कुछ दिनों में शहर के अन्य कॉलेज भी होंगे शामिल। मई-जून में ओपन कैम्पस प्लेसमेंट।
ये मिलेंगे फायदे
अच्छे स्टूडेंट्स को लिखित टेस्ट में छूट मिलने से समय बचेगा।
कॉलेजों की परेशानी कम होगी, ट्रेनिंग पर ज्यादा ध्यान रहेगा।
नए स्टूडेंट्स अभी से पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लगेंगे।
ये होंगे प्रभावित
(प्लेसमेंट के लिए योग्य स्टूडेंटस)
प्रदेश में बीई के 12 हजार, शहर के 3 हजार
प्रदेश में एमबीए के 6 हजार, शहर के 1 हजार
प्रदेश में बीएससी के 18 हजार, शहर के 8 हजार(गजेन्द्र विश्वकर्मा,दैनिक भास्कर,इन्दौर,15.1.11)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।