उर्दू और अन्य भाषाओं में वोकेशनल पाठ्यक्रमों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से संचालित करने के लिए उत्तार प्रदेश उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय जल्द ही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से करार करेगा। उत्तार प्रदेश उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति अनीस अंसारी ने इग्नू के कुलपति प्रो.वीएन राजशेखरन पिल्लई को पत्र लिखकर दोनों शिक्षण संस्थानों के बीच सहमति पत्र हस्ताक्षरित किये जाने की पेशकश की है।
इग्नू दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से 350 से ज्यादा वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम संचालित करता है। इनमें से 50 से अधिक पाठ्यक्रम उर्दू के माध्यम से पढ़ाये जा रहे हैं। विद्यार्थियों की संख्या के लिहाज से इग्नू दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इग्नू को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पाठ्यक्रमों के संचालन का खासा तजुर्बा है जिसका फायदा उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय उठाना चाहता है। इसलिए उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय ने इग्नू के साथ एमओयू करने की पेशकश की है। एमओयू का प्रमुख मकसद इग्नू द्वारा उर्दू माध्यम से चलाये जा रहे वोकेशनल पाठ्यक्रमों को उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय से भी संचालित किये जाने की व्यवस्था करना है।
इग्नू के कुलपति को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि चूंकि उप्र के स्कूलों में उर्दू, अरबी व फारसी की शिक्षा की व्यवस्था अत्यंत सीमित है, इसलिए दूरस्थ शिक्षा के जरिये इन विषयों की शिक्षा देने में इग्नू का सहयोग उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। दोनों शिक्षण संस्थानों के बीच एमओयू को लेकर दोनों के कुलपतियों के बीच बीती 13 दिसंबर को नई दिल्ली में मुलाकात भी हुई थी। इस मुलाकात के दौरान प्रो.पिल्लई ने उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के साथ करार करने पर सहमति जतायी थी।
गौरतलब है कि उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2011-12 में 12 विषयों के पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी है। यह पाठ्यक्रम विधि, प्रबंधन, पत्रकारिता एवं जनसंचार, विभिन्न विषयों में बीए व बीकॉम, उर्दू, अरबी व फारसी भाषाओं में अनुवाद, विभिन्न भारतीय भाषाओं के साहित्य का तुलनात्मक अध्ययन तथा आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्सा पद्धतियों से संबंधित होंगे। उप्र उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 199 पद सृजित करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव में विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के 29, रीडर के 58 और प्रवक्ता के 112 पद शामिल हैं(दैनिक जागरण,लखनऊ,2.1.11)।
अच्छी जानकारी। धन्यवाद।
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