स्थायी संबद्धता के बिना चल रहे कालेजों के छात्रों की उहापोह की स्थिति खत्म हो गई है। राज्य सरकार ने इन कालेज के छात्रों को 2010-11 की परीक्षा में शामिल किए जाने से संबंधित शासनादेश आज को जारी कर दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में दर्जनों कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी व एमकॉम की स्थायी संबद्धता के लिए विवि में आवेदन कर रखा है। कुछ कमियों के कारण इनके प्रस्ताव लंबित हैं। उधर इन कॉलेजों ने चालू शैक्षिक सत्र में छात्रों को प्रवेश दे दिया है। ऐसे कालेजों के विद्यार्थियों का साल न खराब हो, इसलिए शासन ने चालू सत्र में इन्हें परीक्षा में बैठने बैठने का मौका देने का फैसला किया है। इस बारे में गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया गया। हालांकि इसमें स्पष्ट किया गया है कि अगले सत्र में संबंधता के बिना ये कालेज छात्रों के प्रवेश नहीं ले सकेंगे(दैनिक जागरण संवाददाता,लखनऊ,6.1.2011)।
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