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07 जनवरी 2011

लखनऊ विश्वविद्यालयःपीएचडी पर छात्रों को नहीं मिली राहत

विश्र्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश परीक्षा से राहत देने संबंधी मामले लविवि अभी भी किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच सका है। इस विषय पर निर्णय के लिए बुधवार को विभागों के अध्यक्षों की कुलपति प्रो.मनोज कुमार मिश्र के साथ हुई बैठक बेनतीजा समाप्त हो गई। फैसले के लिए फैकल्टी बोर्ड की बैठक में आम राय बनाने की बात कही गई है। इसके बाद एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कोई फैसला किया जाएगा। हालांकि एकेडमिक काउंसिल की बैठक की तारीख नहीं तय है। लखनऊ विश्र्वविद्यालय में पीएचडी तथा विभागों में व्याप्त अन्य समस्याओं पर चर्चा के लिए गुरुवार को विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई। अध्यक्षता कुलपति प्रो.मनोज कुमार मिश्र ने किया। कुछ शिक्षकों ने जेआरएफ तथा नेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा की बाध्यता से मुक्त करने की बात कही। उनका कहना था कि एक राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को राहत दी जानी चाहिए। लेकिन इस पर कोई आम राय नहीं बन सकी। विभागाध्यक्षों ने महत्वपूर्ण मदों में वित्त के लिए भेजी गई फाइलों के निस्तारण में महीनों लग जाने की भी शिकायत की। कुलपति ने शिकायतों के निस्तारण का आश्र्वासन दिया। बैठक में पीएचडी पर कोई भी फैसला नहीं हो सका(दैनिक जागरण,लखनऊ,7.1.11)।

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