प्री स्कूल व प्री-प्राइमरी स्कूल में नन्हे-मुन्नों के दाखिले में स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाने की बात हवा-हवाई साबित हो रही है। पांच स्कूलों पर हुई कार्रवाई के बाद सरकार की शिकायत के निपटारे की पोल खुल गई है। शिक्षा निदेशालय के पास शिकायतों का अंबार है लेकिन शिक्षा निदेशालय लाचार साबित हो रहा है। निदेशालय के पास पहुंच रही ऑनलाइन शिकायतों की बात करें तो अब तक 119 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। इन शिकायतों में सामान्य वर्ग से लेकर गरीब वर्ग की शिकायतें हैं। शिकायतें लगातार आ रही हैं लेकिन कार्रवाई क्या हो रही है इसकी कोई जानकारी अभिभावकों को ऑनलाइन व ऑफलाइन किसी स्तर पर आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।
एक अभिभावक ने मानव स्थली स्कूल पर आरोप लगाया है कि स्कूल में दस्तावेजों की जांच के नाम पर माता-पिता को बच्चे के साथ साक्षात्कार के लिए बुलाया जा रहा है। मैक्स फोर्ट स्कूल द्वारका की और से भी ऐसा ही किया जा रहा है लिहाजा अभिभावक गौरव बंसल ने इसकी शिकायत तो की लेकिन अभी तक उससे संबंधित किसी तरह की कार्रवाई की कोई जानकारी उन्हें नहीं है। द्वारका के दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल में नियमों की अनदेखी करते हुए प्रोस्पेक्ट्स खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है(अमर उजाला,दिल्ली,11.1.11)।
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