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26 जनवरी 2011

इलाहाबादःट्रिपल आईटी में फर्जी नागरिकता वाले बीटेक छात्र का प्रवेश निरस्त

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में फर्जी नेपाली नागरिकता के जरिए प्रवेश पाए बीटेक के एक छात्र का प्रवेश निरस्त कर दिया है। जांच के दायरे में आए क्षितिज गर्ग की छानबीन के बाद इसको संस्थान से निष्काषित कर दिया गया। सीबीआई ने संदिग्ध छात्रों की पहचान करने के बाद संस्थान के निदेशक से जांच करने को कहा था।
ट्रिपलआईटी के निदेशक प्रो. एमडी तिवारी ने बताया कि नेपाल से फर्जी नागरिकता का रैकेट चलाने वालों ने हाल में देश में कई संस्थानों में जाली नागरिकता के प्रमाण पत्र लगाकर प्रवेश दिलाने में सफलता पाई है। इस बात की जानकारी होने पर उन्होंने सीबीआई, भारतीय उच्चायुक्त, विदेश मंत्रालय को दे दी। अपनी आरंभिक जांच में सीबीआई ने संस्थान के १२ विदेशी मूल के नागरिकों की जांच की। इसमें सीबीआई को २०१० में प्रवेश पाए चार छात्रों के प्रमाण पत्र संदिग्ध लगे। छात्रों ने नेपाली नागरिकता के आधार पर प्रवेश लिया। जिन चार छात्रों की जांच की गई, उनके अभिभावक भारत में सेवा में हैं। इसमें पकड़े गए छात्र क्षितिज के पिता बीपी कोईराला मेडिकल साइंस थारन नेपाल में डेंटल सर्जन हैं। वह मूल रूप से रोहतक के निवासी हैं। सीबीआई की सिफारिश पर उन्होंने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया। इस कमेटी में प्रो. बीआर सिंह, प्रो. अनुपम अग्रवाल एवं बृजेन्द्र सिंह शामिल थे। गहन जांच के बाद कमेटी ने क्षितिज गर्ग की नेपाली नागरिकता संबंधी दस्तावेज को फर्जी पाया। इसके बाद कमेटी ने बीटेक इलेक्ट्रानिक कम्युनिकेशन के छात्र क्षितिज का प्रवेश निरस्त कर दिया(अमर उजाला,इलाहाबाद,26.1.11)।

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