साल 2011 में नौकरियों की बरसात होगी। राज्य सरकार के विभागों में करीब 75 हजार रिक्तियां हैं। संविदा पर नियुक्तियों की संख्या भी जोड़ दी जाए तो आंकड़ा एक लाख के पास पहुंच जाएगा। सबसे अधिक रिक्तियांमानव संसाधन विकास विभाग में है। यहां 25903 लोग बहाल होंगे। प्राथमिक व उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति जैक से कराने का निर्णय हुआ है। पहले इसके लिए कर्मचारी चयन आयोग को अधियाचना भेजी गई थी। इसमें हो रहे विलंब को देखते हुए अब जैक इसकी परीक्षा आयोजित करेगा। इसके बाद नंबर आता है गृह विभाग का। यहां पर 20150 लोग रोजगार पा सकते हैं। इनमें 700 दारोगा व करीब 10 हजार सिपाही की बहाली होगी। स्वास्थ्य विभाग में भी 12000 लोगों के लिए अवसर है। स्वास्थ्य विभाग में 217 डॉक्टर के अलावा 600 आयुष डॉक्टर नियुक्त होंगे। इनके साथ ही नए अस्पतालों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पद भी भरे जाएंगे। लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स की भी नियुक्ति होनी है।
नए साल में राज्य में 605 आयुष डॉक्टरों की बहाली होगी। इसमें से 305 स्थायी होंगे, जिनकी नियुक्ति जेपीएससी करेगा। वहीं 300 डॉक्टरों की नियुक्ति मेरिट के आधार पर अनुबंध पर होगी। स्थायी नियुक्ति का मामला रोस्टर क्लियरेंस के लिए कार्मिक विभाग में है। अनुबंध पर नियुक्ति के लिए कमेटी गठित की गई है। कार्मिक विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से कंपलायंस रिपोर्ट मांगी थी। इसकी संचिका विभाग ने दोबारा कार्मिक को भेज दी है। जब तक जेपीएससी द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक मेरिट (माक्र्स) के आधार पर अनुबंध पर डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। स्थायी नियुक्ति के बाद अनुबंधित डॉक्टरों की सेवा समाप्त हो जाएगी(दैनिक भास्कर,रांची,1.1.11)।
दैनिक जागरण की रिपोर्टः
वर्ष 2011 युवाओं के लिए नई सौगात लेकर आया है। झारखंड में नौकरियों की बरसात होने वाली है। राज्य स्तर से लेकर प्रखंड स्तर के सभी रिक्त पदों को भरने की तैयारी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, गृह, ऊर्जा विभाग में रोजगार के द्वार खुलने वाले हैं। शिक्षा विभाग में 13,807 प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्तियां झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) से होगी। जेपीएससी से 4,401 उर्दू शिक्षकों की नियुक्तियां होनी है। उम्मीद है कि आयोग दो माह के भीतर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेगा। कालेजों में छह हजार लेक्चरार के रिक्त पद हैं। कुलाधिपति ने इन्हें शीघ्र भरने का निर्देश दिया है। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग में लगभग 12 हजार नियुक्तियां होंगी। 185 चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति की अधियाचना जेपीएससी को भेज दी गई है। इसके अलावा 59 ड्रग इंस्पेक्टरों के पदों पर भी भर्ती होंगी। तृतीय वर्ग में लगभग दस हजार रिक्त पद चिह्नित किए गए हैं। ये सभी पद राज्य कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे। 695 शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों पर भी नियुक्ति होगी। 5,408 नए पद सृजित करने की कवायद हो रही है। लंबे अरसे के बाद झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड में युवाओं के लिए नए अवसर खुल रहे हैं। बोर्ड ने इंजीनियरों की नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू की है। इसकी जिम्मेदारी नेशनल पावर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, फरीदाबाद को सौंपी गई है। लिखित परीक्षा से लेकर साक्षात्कार लेने तक की जवाबदेही इसी संस्थान की होगी। बोर्ड में 100 जूनियर इंजीनियर और 68 असिस्टेंट इंजीनियर की नियुक्तियां होनी हैं। लिखित परीक्षा की संभावित तिथि 13 फरवरी है। पुलिस महकमे में 800 दारोगा एवं सात हजार सिपाहियों के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया नए साल में शुरू होने वाली है। दोनों ही पदों की नियुक्ति प्रक्रिया जनवरी में शुरू होगी। झारखंड में वर्ष 1994 के बाद से दारोगा के पदों पर भर्तियां नहीं हुई हैं। राज्य सरकार उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी को दूर करने की तैयारी में है। सूत्रों के की मानें तो विभाग में सात हजार पदों पर भर्ती की तैयारी है। इसमें कांस्टेबल, दारोगा और लिपिक संवर्ग के कर्मचारी शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।