मौलाना आजाद प्रौद्योगिकी संस्थान का कोई प्रोफेसर कक्षाओं से बंक नहीं मार पाएंगे। क्योंकि मेनिट के प्रभारी निदेशक ने छह सदस्यीय टीम तैयार की है। टीम के हर सदस्य को दो और तीन प्रोफेसर दिए गए हैं, जो कक्षाओं का जायजा लेंगे। दल को कोई प्रोफेसर कक्षा से नदारद मिला तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। यदि छात्र कक्षाओं में अनुपस्थित रहे तो उन्हें भी इसका उचित जवाब देना होगा। मेनिट के छात्र अब ये शिकायत नहीं कर पाएंगे कि उनके प्रोफेसर कक्षाओं में नहीं हैं। मेनिट प्रशासन ने छुट्टियों के बाद शुरू हुई कक्षाओं के लिए नई रूपरेखा तैयार की है। इसमें छह डीन की टीम तैयार की गई है। टीम के हर सदस्य को दो-तीन प्रोफेसर सहायक के रूप में दिए गए हैं। टीम के सदस्य हर क्लास का निरीक्षण करेंगे। यदि कोई प्रोफेसर अनुपस्थिति होता है उसकी रिपोर्ट निदेशक को दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे प्रोफेसरों की चरित्रावाली (सीआर) पर काफी असर पड़ेगा। क्योंकि प्रोफेसर की अनुपस्थिति सीआर में लिखी जाएगी। रिपोर्ट देना होगा जरूरी निरीक्षण करने वाले प्रोफेसर यदि नदारद प्रोफेसरों की रिपोर्ट नहीं देते हैं तो उन पर भी वहीं कार्रवाई की जाएगी, जो अनुपस्थित प्रोफेसर पर होनी है। इन प्रोफेसरों के साथ समय-समय पर निदेशक सिंह भी कक्षाओं का जायजा लेंगे। छात्रों पर भी प्रतिबंध मेनिट प्रशासन ने जहां छात्रों को बांधने के लिए नियम तैयार किया है तो वहीं छात्रों की अनुपस्थिति को देखते हुए उन पर भी शिंकजा कसा गया है। यदि छात्र कक्षाओं में नहीं आते और छात्रावास में रहते हैं तो उनसे पूछताछ की जाएगी। वे कक्षाओं से अनुपस्थित क्यों हैं इसकी जानकारी ली जाएगी। यही नहीं वार्डन को सूचित कर छात्र की जानकारी मांगी जाएगी और फिर वार्डन की रिपोर्ट पर छात्र पर कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा और छात्रावास से बाहर प्रभारी निदेशक आरपी सिंह का कहना है कि छात्रों को परीक्षा में बैठने 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। छात्र वर्ष में तीन परीक्षाएं देता है। छात्र की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम होगी उसे पहली परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा, जिसमें छात्रों को 15 अंक मिलते हैं। इससे उनकी डिग्री पर असर पड़ेगा। यही नहीं छात्र की अनुपस्थिति अधिक हुई तो उसे छात्रावास से भी बाहर किया जाएगा(दैनिक जागरण,भोपाल,12.1.11)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।